पिछले 10 साल में कितने बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, कितना लगता है टैक्स, सारी जानकारी एक क्लिक पर
विपक्ष लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में महंगाई को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के ऊपर हमलावर है. बता दें कि फरवरी 2011 में विदेशी बाजार में कच्चे तेल का दाम 97.91 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास था.
highlights
- फरवरी 2011 में विदेशी बाजार में कच्चे तेल का दाम 97.91 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास था
- आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 63.52 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास है
नई दिल्ली:
पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price) की कीमतों में आग लगी हुई है. देश के कुछ शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार चला गया है. विपक्ष लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में महंगाई को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के ऊपर हमलावर है. बता दें कि फरवरी 2011 में विदेशी बाजार में कच्चे तेल का दाम 97.91 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास था. वहीं आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 63.52 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास दर्ज की जा रही है. आंकड़ों की बात करें तो फरवरी 2011 के मुकाबले आज कच्चा तेल 34.39 डालर प्रति बैरल सस्ता हो गया है. गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की एक्साइज ड्यूटी में प्रति एक रुपये की बढ़ोतरी से केंद्र सरकार के खजाने में 13,000 रुपये से 14,000 करोड़ रुपये सालाना की बढ़ोतरी होती है. बता दें कि सरकार ने 2011-12 में एक्साइज ड्यूटी से 68,000 करोड़ की कमाई हासिल की थी. वहीं 2019 -20 में सरकार ने एक्साइज ड्यूटी से 2,17,463 करोड़ की रिकॉर्ड कमाई की थी.
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पेट्रोल-डीजल पर प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी 2011 Vs 2021
जानकारी के मुताबिक 2011 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 14.35 रूपये प्रति लीटर थी, जबकि 2021 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 32.98 रूपये प्रति लीटर है. बता दें कि 2011 की तुलना में 2021 तक पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 18.63 रूपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है. 2011 में डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 4.60 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि 2021 में डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 31.83 रुपये प्रति लीटर है. 2011 के मुकाबले 2021 तक डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 27.23 रूपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है.
पिछले 10 साल में चार महानगरों में पेट्रोल के रेट में क्या आया अंतर
शहर | 15 फरवरी 2011 | 15 फरवरी 2021 | बढ़ोतरी |
दिल्ली | 58.37 रुपये | 88.99 रुपये | 30.62 रुपये |
कोलकाता | 62.5 रुपये | 90.25 रुपये | 27.75 रुपये |
मुंबई | 63.08 रुपये | 95.46 रुपये | 32.38 रुपये |
चेन्नई | 61.93 रुपये | 91.19 रुपये | 29.26 रुपये |
पिछले 10 साल में चार महानगरों में डीजल के रेट में क्या आया अंतर
शहर | 15 फरवरी 2011 | 15 फरवरी 2021 | बढ़ोतरी |
दिल्ली | 41.12 रुपये | 79.35 रुपये | 38.23 रुपये |
कोलकाता | 43.57 रुपये | 82.94 रुपये | 39.37 रुपये |
मुंबई | 45.84 रुपये | 86.34 रुपये | 40.5 रुपये |
चेन्नई | 43.8 रुपये | 84.44 रुपये | 40.64 रुपये |
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जरूरत का 85 फीसदी से ज्यादा तेल इंपोर्ट करता है भारत
गौरतलब है कि भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी से ज्यादा तेल इंपोर्ट करता है. इसमें से सबसे ज्यादा कच्चा तेल मध्यूपूर्व के देशों से इंपोर्ट किया जाता है. भारत सबसे ज्यादा सऊदी अरब, ईराक, इरान, UAE, कुवैत ,नाइजीरिया, अमेरिका से तेल का इंपोर्ट करता है. पिछले साल जुलाई में भारत ने सबसे ज्यादा इराक से इंपोर्ट किया था, उसके बाद सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से कच्चा तेल इंपोर्ट किया था. जानकारों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमत में 10 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी होने से पेट्रोल और डीजल के दाम में 5.8 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी होती है.
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