logo-image

दुनिया के सिर्फ 6 देशों में बिकता है यह खास तरह का पेट्रोल, भारत भी हुआ इस क्लब में शामिल

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एक्सपी 100 प्रीमियम पेट्रोल (100 Octane Petrol) शुरू में 10 शहरों दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, आगरा, जयपुर, चंडीगढ़, लुधियाना, मुंबई, पुणे और अहमदाबाद में IOC के चुनिंदा बिक्री केंद्र पर उपलब्ध होगा.

Updated on: 02 Dec 2020, 09:35 AM

नई दिल्ली:

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation-IOC) ने देश का पहला 100 ऑक्टेन पेट्रोल (100 Octane Petrol) पेश किया. इससे भारत भी उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया जहां बाजार में इस तरह का उच्च गुणवत्ता वाला ईंधन उपलब्ध है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस ईंधन को पेश करते हुए कहा कि एक्सपी 100 प्रीमियम पेट्रोल शुरुआत में 10 शहरों दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, आगरा, जयपुर, चंडीगढ़, लुधियाना, मुंबई, पुणे और अहमदाबाद में आईओसी के चुनिंदा बिक्री केन्द्रों पर उपलब्ध होगा.

यह भी पढ़ें: दो दिन की स्थिरता के बाद आज फिर महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल, चेक करें ताजा रेट

अमेरिका, जर्मनी, यूनान, इंडोनेशिया, मलेशिया और इजरायल में ही बिकता है 100 ऑक्टेन पेट्रोल
उन्होंने कहा कि यह ईंधन उत्तर प्रदेश में आईओसी की मथुरा रिफाइनरी में तैयार किया जाता है और इसकी चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर आपूर्ति की जाती है. ऑक्टेन रेटिंग ईंधन की स्थिरता का मानक हैं. यह नॉक (टकराव) से बचाव की ईंधन की क्षमता का मानक है. जब इंजन के सिलिंडर में ईंधन पहले ही प्रज्वलित हो जाता है, तो इसे नॉक कहा जाता है. यह प्रभाव को कम करता है और इससे इंजन को नुकसान हो सकता है. ऑक्टेन संख्या जितनी अधिक होती है, उतना ही पेट्रोल नॉक को रोकने में सक्षम होता है. दुनिया भर में 100 ऑक्टेन पेट्रोल का लक्जरी वाहनों के लिये उत्कृष्ट बाजार है. यह केवल छह देशों अमेरिका, जर्मनी, यूनान, इंडोनेशिया, मलेशिया और इजरायल में उपलब्ध है.

यह भी पढ़ें: Gold Rate Today: आज बढ़ सकते हैं सोने-चांदी के दाम, जानिए क्या है वजह

अधिकांश खुदरा स्टेशनों पर ऑक्टेन पेट्रोल के तीन प्रकार 87 (नियमित), 89 (मध्य-ग्रेड) और 91-94 (प्रीमियम) उपलब्ध होते हैं। प्रधान ने कहा कि हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने हाल ही में ओक्टेन 99 पेश किया था और अब आईओसी एक्सपी100 के साथ बाजार में आया है. उन्होंने कहा कि यह भारत की तकनीकी प्रगति का प्रमाण है और हमारी रिफाइनरियों में इसका निर्माण आत्मनिर्भर भारत का एक बढ़िया उदाहरण है.