Dhanbad Accident: तेज रफ्तार बनी काल, डिवाइडर से कार की टक्कर, दो युवकों ने मौके पर तोड़ा दम
पाकिस्तान ने बदली रणनीति, भारत को अब हाफिज सईद और मसूद अजहर को सौंपने को तैयार
उत्तर प्रदेश : रामपुर में कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां तेज
बीमा इंश्योरेंस फ्रॉड गैंग के 5 आरोपी दिल्ली के जीबी पंत हॉस्पिटल से गिफ्तार
मुझे टारगेट किया जाना नई बात नहीं, जनता में पैठ हमारी पूंजी : ज्योतिरादित्य सिंधिया
मध्य प्रदेश : 'पीएम जनमन योजना' के तहत विदिशा में आदिवासियों को मिल रही 'मोबाइल मेडिकल यूनिट' की सुविधा
'गोल्डेन बॉय' नीरज चोपड़ा ने जीता 'एनसी क्लासिक 2025'
मराठी भाषा के नाम पर किसी को मारना-पीटना ठीक नहीं : अबू आजमी
मध्य प्रदेश : 'श्री बादल भोई आदिवासी राज्य संग्रहालय' में स्वतंत्रता संग्राम के जनजातीय नायकों की झलक

दलहन कारोबारियों के लिए खुशखबरी, बढ़ सकती है दाल इंपोर्ट की समयसीमा

दलहन कारोबारियों का कहना है कि देश में उड़द और मूंग की फसल को बारिश से हुए नुकसान को देखते हुए मोदी सरकार समयसीमा बढ़ाने पर विचार कर सकती है.

दलहन कारोबारियों का कहना है कि देश में उड़द और मूंग की फसल को बारिश से हुए नुकसान को देखते हुए मोदी सरकार समयसीमा बढ़ाने पर विचार कर सकती है.

author-image
Dhirendra Kumar
New Update
दलहन कारोबारियों के लिए खुशखबरी, बढ़ सकती है दाल इंपोर्ट की समयसीमा

दलहन कारोबारियों के लिए खुशखबरी, बढ़ सकती है दाल इंपोर्ट की समयसीमा( Photo Credit : फाइल फोटो)

दरहन कारोबारियों के लिए बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आ रही है. दरअसल, दलहन इंपोर्ट के लिए तय की गई समयसीमा को सरकार जल्द बढ़ा सकती है. बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार द्वारा चालू वित्त वर्ष 2019-20 में दाल (अप्रसंस्कृत दाल) के आयात (Import) के लिए तय मौजूदा समयसीमा 31 अक्टूबर को समाप्त हो रही है, लेकिन कारोबारियों को उम्मीद है कि एक-दो दिन में इसे आगे बढ़ाए जाने पर फैसला लिया जा सकता है. दलहन कारोबारियों का कहना है कि देश में उड़द और मूंग की फसल को बारिश से हुए नुकसान को देखते हुए मोदी सरकार इस पर विचार कर सकती है.

Advertisment

यह भी पढ़ें: सस्ती दाल और प्याज की बिक्री जारी रहेगी, नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने दिया निर्देश

1-2 दिन में जारी हो सकती है अधिसूचना
ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन (All India Dal Mill Association) के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल (Suresh Agrawal) ने कहा कि अगर सरकार दालों के आयात (Pulses Import) की समयसीमा आगे बढ़ाने का फैसला लेती है तो एक-दो दिन में इस संबंध में अधिसूचना जारी हो सकती है. कारोबारियों ने बताया कि सरकार द्वारा चालू वित्त वर्ष के लिए तय कोटे के अनुसार, दलहनों के पूरे परिमाण का आयात नहीं हो पाया है, इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि आयात की समय सीमा 31 अक्टूबर से आगे बढ़ाई जा सकती है. दाल आयात की समयसीमा बढ़ाने पर फैसला वाणिज्य मंत्रालय लेगा जिसका अभी इंतजार किया जा रहा है.

दिल्ली, मुंबई और चेन्नई समेत देश के बड़े शहरों के सोने-चांदी के आज के रेट जानने के लिए यहां क्लिक करें

इंडिया पल्सेस एंड ग्रेंस एसोसिएशन (IPGA) के उपाध्यक्ष विमल कोठारी (Vimal Kothari) ने भी बताया कि उड़द और मूंग की फसल को हाल के दिनों में हुई भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है, लिहाजा सरकार दलहन आयात की समय सीमा बढ़ा सकती है. कारोबारियों ने सरकार से दलहन आयात की समय सीमा 31 अक्टूबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2019 तक करने की मांग की है.

यह भी पढ़ें: Gold Price Today: सोने-चांदी में आज सीमित दायरे में कारोबार के आसार, US फेड ने ब्याज दरें घटाईं

गौरतलब है कि सरकार ने चालू वित्त वर्ष में चार लाख टन तुअर (अरहर), डेढ़ लाख टन उड़द और डेढ़ लाख टन मूंग के आयात की अनुमति दी है. इसके अलावा, डेढ़ लाख टन मटर का आयात करने की अनुमति दी गई है. अग्रवाल ने बताया कि अरहर का आयात करीब 1.5 लाख टन हो चुका है और 2.5 लाख टन और मंगाया जा सकता है. उड़द का आयात करीब एक लाख टन हुआ, जबकि मटर का आयात पूरा 1.5 लाख टन हो चुका है. (इनपुट आईएएनएस)

Narendra Modi Pulses Traders Pulses Import Pulses Import Limit IPGA
      
Advertisment