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सरकार ने ऑयल कंपनियों पर कसी लगाम! एक्साइज ड्यूटी का बढ़ाया अब बोझ

Export Duty On Petrol Diesel And ATF Hiked By Government: बता दें तेल के एक्सपोर्ट पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला आज ही लिया गया है. केंद्र सरकार ने जेट फ्यूल और पेट्रोल- डीजल के एक्पोर्ट पर एक्साइज ड्यूटी को बढ़ाया है.

Updated on: 01 Jul 2022, 11:57 AM

highlights

  • पुन: उत्पादित कच्चे तेल पर 23,250 रुपये प्रति टन का एक्सट्रा टैक्स
  • पेट्रोल पर 6 रुपए प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी को बढ़ाया गया है
  • डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर तक एक्सपोर्ट एक्साइज ड्यूटी बढ़ी

नई दिल्ली:

Export Duty On Petrol Diesel And ATF Hiked By Government: सरकार ने ऑयल कंपिनयों पर लगाम कसते हुए तेल के एक्सपोर्ट पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है. वित्त मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी कर इसकी जानकारी दी. बता दें तेल के एक्सपोर्ट पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला आज ही लिया गया है. केंद्र सरकार ने जेट फ्यूल और पेट्रोल- डीजल के एक्पोर्ट पर एक्साइज ड्यूटी को बढ़ाया है. जहां पेट्रोल पर 6 रुपए प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी बढ़ी है वहीं  डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर तक एक्सपोर्ट एक्साइज ड्यूटी में इजाफा हुआ है. इसके साथ ही एटीएफ के एक्सपोर्ट पर 6 रुपये प्रति लीटर सेंट्रल एक्सपोर्ट एक्साइज ड्यूटी भी बढ़ाई गई है.

ऑयल प्रोड्यूसर्स पर कसी लगाम
सरकार ने ये फैसला ऑयल प्रोड्यूस करने वाली कंपनियों के अतिरिक्त मुनाफे को रोकने के लिए लिया है. बता दें ऑयल प्रोड्यूस करने वाली कंपनियां ग्लोबल मार्केट से घरेलू स्तर पर कच्चा तेल  इंपोर्ट कर दूसरे देशों को तेल रिफाइन कर एक्सपोर्ट कर रही थीं. जिससे कंपनियों को तो लाभ हो रहा था लेकिन देश में फ्यूल क्राइसिस की समस्या बन पड़ी थी. जिसके चलते अब सरकार ने घरेलू स्तर पर पुन: उत्पादित कच्चे तेल पर 23,250 रुपये प्रति टन का एक्सट्रा टैक्स भी लगा दिया है.

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कंपनियों का घटेगा लाभ दूसरे देशों से पहले घरेलू स्तर पर पूरी करनी होगी मांग
सरकार के इस फैसले से पेट्रोल- डीजल की सप्लाई में परेशानी नहीं आएगी इसके साथ ही बता दें इसका आम जनता पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होगा. सरकार का उद्देश्य पेट्रोल- डीजल की कीमतों के महंगे होने से रोकना है. ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें पहले ही उफान पर हैं. इसलिए सरकार का प्रयास जनता को राहत दिलाने का है.