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Crude Price War: ओपेक (OPEC) के साथ रिश्तों को लेकर रूस के ऊर्जा मंत्री ने दिया बड़ा बयान

Crude Price War: रूस (Russia) के ऊर्जा मंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने कहा कि उत्पादन में वर्तमान में कटौती की मियाद बढ़ाने पर इस समय सहमति न बन पाने का यह मतलब नहीं है कि हम ओपेक और गैर ओपेक देशों के साथ भविष्य में सहयोग नहीं कर सकते.

Updated on: 11 Mar 2020, 09:34 AM

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Crude Price War: रूस (Russia) के ऊर्जा मंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने कहा कि उनका देश कच्चे तेल (Crude Oil) के बाजार में स्थिरता लाने के लिए तेल उत्पादक एवं निर्यातक देशों के संगठन ओपेक (OPEC) के साथ आगे सहयोग करने को तैयार है. उन्होंने रसिया 24 टीवी नेटवर्क के साथ बातचीत में कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि दरवाजे बंद नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि उत्पादन में वर्तमान में कटौती की मियाद बढ़ाने पर इस समय सहमति न बन पाने का यह मतलब नहीं है कि हम ओपेक और गैर ओपेक देशों के साथ भविष्य में सहयोग नहीं कर सकते.

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स्थिति की समीक्षा के लिए मई या जून में हो सकती है बैठक: रूस

उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने घटाने के कई औजार हमारे हाथ में हैं. हमने स्थिति की समीक्षा के लिए अगली बैठक मई या जून में आयोजित करने की योजना बनायी है. गौरतलब है कि शुक्रवार को ओपेक के साथ गैर ओपेक देशों की बैठक में रूस तेल उत्पादन में दैनिक 15 लाख की बड़ी कटौती करने के सऊदी अरब के नेतृत्व में ओपेक देशों के प्रस्ताव पर सहमत नहीं हुआ. रूस को डर है कि उत्पादन होने से उसकी कंपनियां अमेरिकी शेल गैस के आगे बाजार में पिछड़ सकती हैं. रूस के इस रुख के खफा सऊदी अरब ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए तेल के भाव गिरा दिए है. उसने तेल के भाव में अपनी 20 साल की सबसे बड़ी कटौती की घोषणा की है.

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सोमवार को तीन दशक के निचले स्तर पर आ गए थे भाव

सऊदी अरब की विशाल तेल कंपनी ने मंगलवार को कहा कि वह पहली अप्रैल से अपनी आपूर्ति बढ़ा कर 1.23 करोड़ बैरल करेगी. इससे नरमी से गुजर रहे तेल बाजार में आपूर्ति की बाढ़ आने और दाम गिरने का जोखिम बढ़ गया है. नोवाक ने कहा है कि रुस में भी तेजी से अपना उत्पादन बढ़ाने की क्षमता है. कीमत घटाने की होड़ से डरे बाजार में सोमवार को तेल के भाव गोता लगा गए थे और बाजार तीन दशक के न्यूनतम स्तर पर आ गया.