Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस से लड़ाई में बीज कंपनियां भी आगे आईं, कर रही हैं ये काम

Coronavirus (Covid-19): FSII केंद्र व राज्य सरकारों के साथ काम करते हुए बीज उद्योग की जरूरतों का प्रतिनिधित्व कर रहा है तथा खरीफ के मौसम के लिए जरूरी बीजों की प्रोसेसिंग, पैकिंग एवं परिवहन के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहा है.

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Dhirendra Kumar
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Coronavirus (Covid-19)( Photo Credit : IANS)

Coronavirus (Covid-19): फेडरेशन ऑफ सीड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (Federation of Seed Industry of India-FSII) अपने सदस्यों के साथ लॉकडाउन (Lockdown) की अवधि में किसानों के लिए बीज की आपूर्ति बनाए रखने के प्रयासों में सबसे अग्रिम कतार में है. एफएसआईआई केंद्र व राज्य सरकारों के साथ काम करते हुए बीज उद्योग की जरूरतों का प्रतिनिधित्व कर रहा है तथा खरीफ के मौसम के लिए जरूरी बीजों की प्रोसेसिंग, पैकिंग एवं परिवहन के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहा है.

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कम्पनी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि केंद्र तथा राज्य सरकारों की ओर से तीव्र नीतिगत सहयोग की मदद से एफएसआईआई के सदस्यों को विश्वास है कि फसल के आगामी मौसम में बीजों की कोई कमी नहीं होगी. इसके अलावा कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान व सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ाते हुए एफएसआईआई के सदस्यों ने पीएम केयर्स फंड, मुख्यमंत्री रिलीफ फंड एवं अन्य उपायों, जैसे पीपीई, सुरक्षा उपायों, खाद्य वितरण एवं जागरुकता कार्यक्रमों के लिए 9 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि का योगदान दिया है.

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एफएसआईआई के सदस्यों ने पीएम केयर्स फंड में 1.97 करोड़ रुपये का दिया योगदान
एफएसआईआई के सदस्यों ने पीएम केयर्स फंड में 1.97 करोड़ रुपये. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 2.44 करोड़ रुपये का योगदान दिया है. एफएसआईआई के सदस्य महिको, रासी, सिंजेंटा, क्रिस्टल एवं कोटेर्वा में से प्रत्येक ने कोविड-19 से लड़ाई में राहत कार्यों के लिए एक-एक करोड़ रुपये का योगदान दिया है. इसके अलावा जालना (महाराष्ट्र) में महिको गांव वालों को खाना और राशन का सामान, स्वास्थ्यकर्मियों को भोजन तथा मेडिकल उपकरण उपलब्ध करा रहा है. इस समूह ने कोविड केयर ट्रीटमेंट की स्थापना के लिए नेत्र देखभाल अस्पताल एवं क्वैरेंटाईन सुविधा की स्थापना के लिए एक कॉलेज होस्टल भी प्रस्तुत किया है.

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तमिलनाडु स्थित रासी सीड्स ने राज्य में स्थानों को कीटाणुरहित करने के लिए बूम स्प्रेयर्स; 2000 गांववालों एवं रासी के कर्मचारियों को कोविड इंश्योरेंस देने के लिए 1 लाख रुपये; आदिवासी इलाकों में एनजीओ, 'एएलसी'की मदद से महिला किसानों को राहत; गांव वालों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को 25000 मास्क, पीपीई एवं सैनिटाईजर्स के वितरण आदि अनेक कार्यों में अपना योगदान दिया है. एफएसआईआई के अन्य सदस्यों में बीएएसएफ, बेयर, बायोसीड, एंजा जादेन, एचएम क्लॉज, आईएंडबी, जेके, कलश, निर्मल, नोबल, रालिस, रिज्कज्वान, सीडवर्क्‍स, सवाना, ताकी, तोकिता पीएम केयर्स फंड, मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 2.56 करोड़ रुपये से ज्यादा योगदान दे रहे हैं और मुनिसिपलिटी, स्वास्थ्यकर्मियों एवं अस्पतालों को पीपीई किट्स, सैनिटाईजर्स, दस्ताने, फेस मास्क उपलब्ध कराने के साथ-साथ शहरों को सैनिटाईज कर रहे हैं, लोगों को खाना खिला रहे हैं और स्वास्थ्य सम्बंधी बातों से लोगों को जागरूक कर रहे हैं.

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