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भारत के पास प्राइस टेकर के बजाए प्राइस सेटर बनने का सुनहरा मौका, वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर का बड़ा बयान

अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक्सपायरी की तारीख पर अनिवार्य डिलीवरी से वेयरहाउस, वॉल्टस के साथ-साथ गुणवत्ता प्रमाणन को बढ़ावा मिलेगा जिससे रोजगार का सृजन होगा.

Updated on: 16 Jul 2019, 08:40 AM

नई दिल्ली:

कमोडिटी पार्टिसिपेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CPAI) के 'रोजगार सृजन और सतत विकास के लिए भारतीय कमोडिटी मार्केट का निर्माण विषय' पर आयोजित सातवें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामले के राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कमोडिटी ट्रेडिंग के लिए सुरक्षित और मजबूत तंत्र की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए प्राइस टेकर के बजाए प्राइस सेटर बनने का बिल्कुल सही समय है.

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भारत हीरा डेरिवेटिव लांच करने वाला पहला देश बना
उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत हीरा डेरिवेटिव लांच करने वाला पहला देश बना. यह भारतीय कमोडिटी बाजारों की क्षमता को प्रतिबिंबत करता है. उन्होंने कहा कि 2015 से भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) बाजार को नियंत्रित कर रहा है और इसे सुनियोजित करीके से आगे बढ़ाया है. एक्सपायरी की तारीख पर अनिवार्य डिलीवरी से वेयरहाउस, वॉल्टस के साथ-साथ गुणवत्ता प्रमाणन को बढ़ावा मिलेगा जिससे रोजगार का सृजन होगा.

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CPAI के नेशनल प्रेसिडेंट, फाउंडर और SKI ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर नरिन्दर वाधवा के मुताबिक इस साल के हमारे सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य इंडस्ट्री से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स एक्सचेंज, मेंबर्स, इंटरमीडियरीज और रेग्युलेटर्स को एक साथ लाकर रोजगार सृजन के उद्देश्यों से कमोडिटी मार्केट के विकास को जोड़ने और सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने पर चर्चा कर सकें. हमारा हमेशा ही प्रयास रहा है कि उचित मूल्य की खोज करने और मूल्य जोखिम को समझने में किसानों, उत्पादकों और हेज कारोबारियों को प्रोत्साहित और शिक्षित करते रहें.

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CPAI के 7वें सम्मेलन में NSE के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विक्रम लिमए, MCX के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO पीएस रेड्डी, बीएसई के चीफ कमोडिटी स्ट्रेटजी पीके सिंघल, MSE के अंतरिम सीईओ बालू नायर और CPAI के पूर्व प्रेसिडेंट शिव कुमार गोयल भी उपस्थित रहे. सम्मेलन में वित्त सचिव आनंद मोहन बजाज (वित्त बाजार) और सेबी के क्षेत्रिय निदेशक शरद शर्मा ने भी हिस्सा लिया.