चुनाव हारते ही छोटे बच्चे की तरह विलाप करता है विपक्ष : राम कदम
निर्वाचन आयोग बिहार में गुपचुप तरीके से लागू कर रहा एनआरसी : असदुद्दीन ओवैसी
Kerala Bumper Lottery: केरल लॉटरी में पहला पुरस्कार एक करोड़ रुपये, जानें क्या है लिस्ट
मुस्लिम बॉयफ्रेंड संग लिव इन में रह रही ये एक्ट्रेस, कर चुकी है सुसाइड करने की कोशिश
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की : दयाशंकर सिंह
IND vs ENG: जूनियर टीम ने लिया सीनियर टीम का बदला! इंग्लैंड को उसके घर में भारत ने 6 विकेट से हराया
रांची के जगन्नाथपुर में 334 वर्ष की ऐतिहासिक परंपराओं के अनुसार निकली रथयात्रा, उमड़ा भक्तों का सैलाब
जगन्नाथ रथयात्रा पूरे विश्व के लिए एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव : धर्मेंद्र प्रधान
राशिफल का ऐसा इस्तेमाल! महिला हो गई मालामाल, एक झटके में मिले 43 लाख रुपए...जानें कैसे

Union Budget 2019: जब बजट के दौरान निर्मला सीतारमण ने सुनाई शायरी और चाणक्य नीति

दरअसल चाणक्य नीति और उर्दू शायरी के जरिए निर्मला सीतारमण मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को जाहिर करना चाहती थीं

दरअसल चाणक्य नीति और उर्दू शायरी के जरिए निर्मला सीतारमण मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को जाहिर करना चाहती थीं

author-image
Aditi Sharma
एडिट
New Update
Union Budget 2019: जब बजट के दौरान निर्मला सीतारमण ने सुनाई शायरी और चाणक्य नीति

फोटो- IANS

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के बाद वित्ता मंत्री निर्मला सीतारमण पहला बजट पेश कर रही हैं. इस दौरान उन्होंने देश की जनता के लिए कई बड़े ऐलान किए. अपने भाषण के दौरान निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए चाणक्य नीति और उर्दू शायरी का इस्तेमाल किया. निर्मला सीतारमण ने भारतीय अर्थव्यवस्था के 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य की बात करते हुए चाणक्य नीति का जिक्र किया. उन्होंने कहा, कार्य पुरुषा करे, ना लक्ष्यम संपा दयाते' यानी इच्छाशक्ति के साथ कोशिM की जाए तो लक्ष्य जरूर हासिल कर लिया जाता है.निर्मला सीतारमण ने इस दौरान उर्दू शायरी भी पढ़ी. उन्होंने कहा, 'यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चराग जलता है.'

Advertisment

यह भी पढ़ें: Union Budget 2019: 'आशियाना' का सपना अब होगा पूरा, मकान होगा सस्ता,ब्याज पर 3.5 लाख की छूट

यह भी पढ़ें: Union Budget 2019: बजट से पहले हरे निशान पर खुला मार्केट, भाषण के दौरान लगातार बाजार गिरा

ये उर्दू शायरी मशहूर शायर मंजूर हाशमी की है. इसका मतलब, अगर आपको खुद पर यकीन है तो हवा के सहारे भी चिराग चलाया जा सकता है. दरअसल चाणक्य नीति और उर्दू शायरी के जरिए निर्मला सीतारमण मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को जाहिर करना चाहती थीं.उन्होंने जब हम अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने की बात करते हैं, तो कई लोग आश्चर्य करते हैं कि क्या यह संभव है. देश के नागरिकों की इच्छा और सरकार के नेतृत्व को देखते हुए, यह लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है.उन्होंने कहा, 2014 में अर्थव्यवस्था 1.8 ट्रिलियन डॉलर थी जो 2019 में 2.7 ट्रिलियन डॉलर हो गई और अब इसे बढ़ाकर 5 ट्रिलियन डॉलर करना है.

Narendra Modi nirmala-sitharaman finance-ministry Union Budget 2019 Modi Budget 2.0 budget 2019 Budget 2019 Date
      
Advertisment