मोदी सरकार के बजट 2020 (Budget 2020) पर कांग्रेस की ओर से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इस बजट को दिशाहीन बताया है. उन्होंने कहा कि 2020-2021 के बजट में कुछ नहीं मिला है. राहुल ने कहा कि रोजगार के लिए बजट में कुछ नहीं है. बेरोजगारी का कोई हल नहीं निकला है. उन्होंने यह भी कहा कि बजट के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) भटक गईं.
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राहुल गांधी ने कहा कि मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है. मैंने ऐसा कोई रणनीतिक विचार नहीं देखा, जिससे हमारे युवाओं को रोजगार मिले. मैंने सामरिक चीजें देखीं लेकिन कोई केंद्रीय विचार नहीं था. यह सरकार की मानसिकता है, सभी बात करते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार केवल बातें करती है और कुछ भी ठोस नहीं है. राहुल ने कहा कि शायद यह इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण था. लेकिन इसमें कुछ भी नहीं था, यह खोखला था.
वहीं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि बजट फीका, विकास के लिए उत्प्रेरक की कमी, रोजगार सृजन के लिए कोई स्पष्ट रूपरेखा नहीं. कांग्रेस की ओर से कहा गया कि बुनियादी उद्योगों के विकास में गिरावट गंभीर मुद्दा, बजट में इससे निपटने के लिए कोई रूपरेखा नहीं दी गई.
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इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार के बजट पर निशाना साधा. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सिर्फ सुनहरा सपना दिखाएंगे, जबकि असल में हम क्या देख रहे हैं, देश में सारे लोग परेशान हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को भटकाने और बेरोजगारों को गुमराह करने के लिए इस तरह का सुनहरा सपना दिखाया जा रहा है.