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Interim Budget 2024: पेश हुआ मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट, जानें 2019 से कितना अलग

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सबसे छोटा बजट भाषण दिया. ये लगभग 58 मिनट का था. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने 11 प्रतिशत की दर से केपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ाकर 11 लाख 11 हजार करोड़ कर दिया है.

Updated on: 01 Feb 2024, 06:35 PM

नई दिल्ली :

Interim Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश कर दिया है. केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने छठी बार लोकसभा में बजट पेश किया है. आने वाले कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. वित्त मंत्री ने इस अंतरिम बजट में इनकम टैक्स स्लैब में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया है. इसके इतर केपिटल एक्सपेंडिचर को भी बढ़ाने की बात की है. आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले भी अंतरिम बजट पेश किया गया था. ऐसे में ये जानने के लिए आप आतुर हो रहे होंगे कि 2024 का अंतरिम बजट 2019 के अंतरिम बजट से कितना अलग है. 

अंतरिम बजट 2024

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा ये सबसे छोटा बजट भाषण दिया गया. ये लगभग 58 मिनट का था. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने 11 प्रतिशत की दर से केपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ाकर 11 लाख 11 हजार करोड़ कर दिया है. इस अंतरिम बजट में इनकम टैक्स सलैब में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. साल 2019 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीमार होने की वजह से पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था. ये बजट लोगों की उम्मीदों के अनुसार था. इसकी वजह से बीजेपी एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटी थी. 

पीएम किसान स्कीम

इस अंतरिम बजट में पीयूष गोयल ने किसानों के लिए सपोर्ट स्कीम, मजदूरों के लिए नई पेंशन स्कीम सहित कई बड़ी घोषणाएं की थी. सरकार ने पांच साल पहले 750 बिलियन रुपए के जरिए किसानों की मदद की बात की थी. सरकार किसानों को सीधे उनके खाते में हर साल 6 हजार रुपए दे रही है. इस स्कीम का लाभ उन किसानों को मिल रहा है जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम की जमीन है. 

5 लाख तक की छूट

2019 के अंतरिम बजट में 5 लाख तक के टैक्सेबल आय से पूर्ण रूप से छूट की घोषण की थी. इस ऐलान के बाद उन सभी लोगों को फायदा हुआ जिनकी सलाना आय 6 लाख 50 हजार रुपए तक थी. इसमें पीएफ, लाइफ इंश्योरेंस में निवेश जैसे प्रावधान है जो इनकम टैक्स एक्ट 80सी के अंतर्गत छूट दिए जाते हैं. पीयूष गोयल के द्वारा इस घोषणा का लाभ बीजेपी को चुनाव में हुआ. बीजेपी 2014 के बाद एक बार फिर 2019 में पूर्ण बहुमत के साथ आई. पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार का गठन किया.