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Budget 2024: किन लोगों के पास होती है बजट की जिम्मेदारी, कब से शुरू होती है तैयारी, जानें सबकुछ

Budget 2024: देश का आम बजट कौन करता है तैयार, कितने दिन पहले से शुरू होती है प्रक्रिया, जानें सबकुछ

Updated on: 19 Jan 2024, 03:21 PM

New Delhi:

Budget 2024: भारत का आम बजट पेश होने में अब काफी कम वक्त बचा है. 1 फरवरी को देश की जनता के सामने नया और चुनावी बजट आ जाएगा. लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस बार के बजट को काफी अहम माना जा रहा है. आम जनता के लिए इस बजट में कई सौगातें हो सकती है. हर वर्ग के लिए बजट में कुछ ना कुछ खास होने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन बजट तो 1 फरवरी को आएगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बजट की जिम्मेदारी किन लोगों के पास होती है. सिर्फ केंद्रीय वित्त मंत्री ही नहीं बल्कि इस टीम में कई कद्दावर अधिकारी शामिल होते हैं. आइए जानते हैं देश के आम बजट को कौन बनाता है और किन लोगों के साथ ये बजट कितने दिन पहले से ही बनना शुरू हो जाता है. 

केंद्रीय बजट जनता के साथ-साथ सरकार के लिए काफी अहम होता है. सरकार की फंडिंग और इकोनॉमी को आकार देने में इसका खास योगदान होता है. यही वजह है कि इस बजट को पेश करने से काफी पहले ही इसकी तैयारी शुरू हो जाती है. देश के आर्थिक विकास को ध्यान में रखते हुए इस बजट के रेखांकित किया जाता है. इसके लिए एक दो दिन या हफ्ते नहीं बल्कि महीनों की मेहनत शामिल होती है. 

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कौन बनाता है केंद्रीय बजट
केंद्रीय बजट या आम बजट को तैयार करने के लिए सरकार के कई विभाग मिलकर काम करते हैं. इसमें सिर्फ वित्त विभाग का योगदान नहीं होता है. आम बजट को भले ही केंद्रीय वित्त मंत्री ही प्रस्तुत करता है, लेकिन इसके पीछे कई बड़े अधिकारियों और विशेषज्ञों की टीम काम करती है. केंद्रीय बजट आर्थिक मामलों के विभाग के तहत तैयार किए गए प्रभाग के जिम्मे होता है. यह प्रभाग केंद्रीय वित्त मंत्रालय की ओर से संचालित होता है. 

6 महीने पहले शुरू होती है तैयारी
बजट को पेश करने के 6 महीने पहले से ही इसको तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है. यानी जिस वर्ष बजट पेश किया जाता है उसके बीते वर्ष के अगस्त महीने से ही तैयारी शुरू होती है. इसे शुरू करने के लिए वित्त मंत्रालय की ओर से एक सर्कुलर जारी किया जाता है. ये सर्कुलर सभी मंत्रालयों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजा जाता है. इसके बाद राजस्व विभाग और बड़े अधिकारियों की ओर से इसकी समीक्षा भी की जाती है. इसके बाद इसे दोबारा वित्त मंत्रालय को भेजा जाता है. 

वित्त मंत्रालय और विभागों को राजस्व यानी बजट अलॉट किया जाता है. इसमें हर विभाग या मंत्रालय के लिए एक तय राशि होती है. 

प्रधानमंत्री से की जाती है चर्चा
बजट आवंटन को लेकर वित्त मंत्रालय अर्थशास्त्रियों, बैंकरों, हितधारकों, ट्रेड यूनियनों के साथ-साथ अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करता है. इस चर्चा और परामर्श के बाद वित्त मंत्री अस्थायी बजट को लेकर प्रधानमंत्री से चर्चा करता है. इसके बाद इस बजट को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाता है. जब बजट पर राष्ट्रपति के मंजूरी की मोहर लग जाती है तो इसे लोकसभा में वित्त मंत्री पेश करता है. 

किसके पास होता है बजट का ड्राफ्ट
आम बजट का ड्राफ्ट तैयार करने की प्रोसेस का नेतृत्व प्रधानमंत्री कार्यालय करता है. पीएमओ और वित्त मंत्रालय के आला अधिकारियों की ओर से इसे तैयार किया जाता है. इस दौरान कई बड़े-बड़े अधिकारी और विशेषज्ञ इसमें हिस्सा लेते हैं. 

इन लोगों की टीम करती है तैयारी
वित्त मंत्रालय में जिन लोगों की ओर से बजट तैयार किया जाता है उन योगदानकर्ताओं में संजय मल्होत्रा, अजय सेठ, तुहिन कांता पांडे, विवेक जोशी, टीवी सोमनाथ और वी अनंत नागेश्वरन प्रमुख रूप से शामिल हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय की भी आम बजट में अहम भूमिका होती है. पीएमओ के अधिकारियों की बात करें तो इसमें पीके मिश्रा, अरविंद श्रीवास्तव, पुण्य श्रीवास्तव, हरि रंजन राव और आतिश चंद्रा शामिल हैं. ये लोग व्यक्तिगत नीतिगत मामलों, वित्त और शासन क्षेत्रों में अहम रोल निभाते हैं.