एप्पल इंक भारत में आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरु कर सकती है। लेकिन इसके लिए कंपनी को सरकार से वित्तीय मदद की आस है। कंपनी ने कहा है कि इसके लिए ब्लूप्रिंट भी तैयार कर लिया गया है लेकिन कंपनी बजट में उपकरणों के आयात पर कस्टम ड्यूटी में छूट जैसी रियायतें चाहती है।
सूत्रों के मुताबिक, डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रोमेशन की अध्यक्षता में एक इंटर-मिनिस्ट्रियल ग्रुप की बैठक में कंपनी के अधिकारियों ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट सेटअप करने के लिए रोडमैप की विस्तृत जानकारी प्रेजन्टेशन के ज़रिए दी।
यह प्रजेंटेशन कंपनी की ग्लोबल वाइस प्रेसीडेंट (आईफोन ऑपरेशन्स) प्रिया बालासुब्रहमण्यम सहित कंपनी के बड़े अधिकारियों ने बनाई गई थी। इसमें कहा गया था कि देश के बिज़नेस को बढ़ावा देने वाले माहौल को देखते हुए कंपनी लोकल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने का विचार कर रही है।
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अमेरिका और चीन में एप्पल फोन की तेज़ बिक्री के बाद कंपनी की नज़र अब भारत में तेज़ी से बढ़ते हुए स्मार्टफोन बाज़ार पर है। लागत घटाने की कोशिशों के चलते कंपनी स्थानीय स्तर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाना चाहती है।
15 सालों के लिए उपकरणों और मशीनों के आयात पर कस्टम ड्यूटी में छूट के अलावा कंपनी उपकरणों की 30 प्रतिशत लोकल सोर्सिंग की अनिवार्यता पर भी रियायत चाहती है।
कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक, 'हम भारत में ऑपरेशन्स को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और हमें अपने दुनिया के सबसे बेहतर प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ को यहां के ग्राहकों को मुहैया कराने पर गर्व है।'
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उन्होंने कहा कि भारत में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए भारत सरकार के साथ हुई रचनात्मक और खुली बातचीत की हम सराहना करते हैं।
एप्पल अपने उत्पादों की बिक्री रिटेल स्टोर्स के ज़रिए चीन, जर्मनी, अमेरीका, यूके और फ्रांस जैसे देशों में करती है। भारत में कंपनी का अपना कोई स्टोर नहीं है और कंपनी अपने उत्पाद डिस्ट्रीब्यूटर्स के ज़रिए बेचती है।
HIGHLIGHTS
- एप्पल इंक भारत में बिक्री बढ़ाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की योजना बना रही है।
- कंपनी सरकार से बजट 2017 में उपकरणों के आयात पर कस्टम ड्यूटी में छूट की मांग कर रही है।
Source : News Nation Bureau