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SBI के ग्राहकों के लिए खुशखबरी, पर्सनल लोन, होम लोन और ऑटो लोन को लेकर किया बड़ा फैसला

SBI ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.10 फीसदी की कटौती कर दी है. बता दें कि SBI ने चालू वित्त वर्ष में लगातार आठवीं बार MCLR में कटौती करने का ऐलान किया है.

Updated on: 09 Dec 2019, 01:05 PM

नई दिल्ली:

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank-SBI) के ताजा फैसले से उसके 42 करोड़ ग्राहकों के जीवन पर बड़ा असर पड़ने की संभावना है. दरअसल, SBI ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.10 फीसदी की कटौती कर दी है. बता दें कि SBI ने चालू वित्त वर्ष में लगातार आठवीं बार MCLR में कटौती करने का ऐलान किया है. MCLR घटने के बाद एसबीआई के ग्राहकों का होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन सस्ता हो गया है. SBI के ग्राहकों को 10 दिसंबर से दरें घटने का फायदा मिलने लगेगा.

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आपकी EMI कितनी हो जाएगी सस्ती
एसबीआई (SBI) ने MCLR पर आधारित कर्ज की दरों को लगातार आठवीं बार घटाने का फैसला किया है. बैंक के ताजा फैसले से हर महीने EMI 0.10 फीसदी सस्ती हो जाएगी. इस फैसले के बाद बैंक के MCLR दर 8 फीसदी से घटकर 7.9 फीसदी हो गई है. SBI ने अपने बयान में कहा है कि MCLR में कटौती के साथ ही देश में सबसे कम ब्याज पर कर्ज उपलब्ध कराने वाला बैंक बन चुका है. बता दें कि नवंबर में SBI ने MCLR 0.05 फीसदी कटौती का ऐलान किया था. बैंक के इस ऐलान के बाद बैंक का MCLR 8.05 फीसदी से घटकर 8 फीसदी हो गया था. गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) इस साल अबतक रेपो रेट को 1.35 फीसदी तक घटा चुका है.

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सस्ता हो जाएगा होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के इस कदम के बाद ग्राहकों का होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन सस्ता हो जाएगा. गौरतलब है कि MCLR घटने से मौजूदा लोन सस्ते हो जाते हैं. ग्राहकों को पुरानी EMI के मुकाबले घटी हुई EMI देनी पड़ती है.

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MCLR क्या है - What is MCLR
MCLR को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं. इसके तहत बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं. ये बेंचमार्क दर होती है. इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं. साथ ही MCLR घटने पर लोन की EMI सस्ती हो जाती है.