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इस बैंक ने सस्ता कर दिया होम, ऑटो और पर्सनल लोन, जानिए कितना होगा फायदा

Karur Vysya Bank से मिली जानकारी के मुताबिक बैंक ने MCLR और एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट- रेपो लिंक्ड (EBR-R) की सीमांत लागत को 7 अगस्त 2021 से संशोधित कर दिया है.

Updated on: 07 Aug 2021, 02:57 PM

highlights

  • करूर वैश्य बैंक के एक साल की अवधि वाले लोन के लिए ब्याज दर घटकर 8.25 फीसदी हो गई है
  • 1 दिन से 6 महीने की अवधि के लोन के लिए MCLR को 0.50 फीसदी घटाकर 7.50-8.15 फीसदी किया

नई दिल्ली :

निजी क्षेत्र के करूर वैश्य बैंक (Karur Vysya Bank-KVB) ने अपने कस्टमर्स को बड़ी खुशखबरी दी है. दरअसल, करूर वैश्य बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (Marginal Cost of Funds Based Landing Rate-MCLR) में 0.50 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. Karur Vysya Bank से मिली जानकारी के मुताबिक बैंक ने MCLR और एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट- रेपो लिंक्ड (EBR-R) की सीमांत लागत को 7 अगस्त 2021 से संशोधित कर दिया है. करूर वैश्य बैंक के एक साल की अवधि वाले लोन के लिए ब्याज दर घटकर 8.25 फीसदी हो गई है. पहले एक साल की अवधि वाले लोन की ब्याज दर 8.75 फीसदी थी. 

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करूर वैश्य बैंक ने 1 दिन से 6 महीने की अवधि के लोन के लिए भी MCLR को 0.50 फीसदी घटाकर 7.50-8.15 फीसदी कर दिया है. वहीं करूर वैश्य बैंक ने EBR-R को 7.35 फीसदी से घटाकर 7.05 फीसदी कर दिया है. बता दें कि RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने लगातार सातवीं बार रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट को स्थिर रखा है. रेपो रेट को 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 3.35 फीसदी पर स्थिर रखा गया है. बता दें कि 30 जून को खत्म हुई तिमाही में करूर वैश्य बैंक का कुल मुनाफा मामूली बढ़ोतरी के साथ 109 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है. एक साल पहले की समान अवधि में बैंक का कुल मुनाफा 106 करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में करूर वैश्य बैंक की कुल आय घटकर घटकर 1,596 करोड़ रुपये हो गई है, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में कुल आय 1,693 करोड़ रुपये थी. 

MCLR क्या होता है - What is MCLR
MCLR को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट भी कहते हैं. इसके तहत बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं. ये बेंचमार्क दर होती है. इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं. साथ ही MCLR घटने पर लोन की EMI सस्ती हो जाती है.