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बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) ने सस्ते कर दिए लोन, जानिए अब क्या हैं नई ब्याज दरें

बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) से मिली जानकारी के मुताबिक बैंक ने एमसीएलआर में कटौती विभिन्न अवधि की दरों पर की हैं. जानकारी के मुताबिक 12 जून 2021 से नई ब्याज दरें लागू हो जाएंगी.

Updated on: 11 Jun 2021, 10:52 AM

highlights

  • बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर को 0.05 फीसदी घटाया
  • 12 जून से बैंक ऑफ बड़ौदा की नई ब्याज दरें लागू हो जाएंगी

नई दिल्ली :

Bank Of Baroda Latest News: देश के तीसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda-BoB) के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आ रही है. दरअसल, बैंक ऑफ बड़ौदा ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में कटौती का ऐलान कर दिया है. बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर को 0.05 फीसदी घटा दिया है. बैंक ऑफ बड़ौदा से मिली जानकारी के मुताबिक बैंक ने एमसीएलआर में कटौती विभिन्न अवधि की दरों पर की हैं. जानकारी के मुताबिक 12 जून 2021 से नई ब्याज दरें लागू हो जाएंगी.

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बैंक से मिली जानकारी के मुताबिक एस साल की अवधि वाले एमसीएलआर को घटाकर 7.35 फीसदी किया गया है. वहीं इसके अलावा 6 महीने और 3 महीने की MCLR को घटाकर क्रमश: 7.20 फीसदी और 7.10 फीसदी कर दिया गया है.

केनरा बैंक ने MCLR और RLLR संशोधित किया
बता दें कि केनरा बैंक ने भी मार्जिनल कॉस्‍ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) और रेपो लिंक्‍ड लेंडिंग रेट (RLLR) को संशोधित कर दिया है. केनरा बैंक की नई ब्याज दरें 7 मई 2021 से लागू हो चुकी हैं. केनरा बैंक ने महिलाओं के लिए होम लोन पर RLLR संशोधित कर 6.90 फीसदी और अन्‍य के लिए 6.95 फीसदी कर दिया है. 

PNB ने भी घटाईं ब्याज दरें
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 1 साल की एमसीएलआर को 0.05 फीसदी घटाकर 7.30 फीसदी कर दिया है. पीएनबी की नई ब्याज दरें 1 जून, 2021 से प्रभावी हो चुकी हैं. पीएनबी ने 6 महीने और 3 महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर को 0.10 फीसदी घटा दिया है. पंजाब नेशनल बैंक के द्वारा ब्याज दरों में कटौती के बाद नई दर क्रमश: 7फीसदी और 6.80 फीसदी होगी. हालांकि पीएनबी ने 1 दिन, 1 महीने और 3 साल की अवधि की एमसीएलआर में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया था.

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MCLR क्या है - What is MCLR
MCLR को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं. इसके तहत बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं. ये बेंचमार्क दर होती है. इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं. साथ ही MCLR घटने पर लोन की EMI सस्ती हो जाती है.