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घंटों पूछताछ के बाद यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को ईडी ने किया गिरफ्तार

रविवार की अल सुबह घंटों पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यस बैंक (Yes Bank) के संस्थापक राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया.

Updated on: 08 Mar 2020, 07:11 AM

highlights

  • 20 घंटों की पूछताछ के बाद रविवार की अल सुबह यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर गिरफ्तार.
  • दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन (डीएचएफएल) लिमिटेड से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला.
  • ईडी ने मुंबई में जांच का दायरा बढ़ाते हुए उनकी तीन बेटियों के आवास पर भी छापेमारी की.

मुंबई:

20 घंटों की पूछताछ के बाद रविवार की अल सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यस बैंक (Yes Bank) के संस्थापक राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया. मुंबई स्थित ईडी कार्यालय में शनिवार देर रात को भी उनसे पूछताछ की जा रही थी. इससे पहले यस बैंक मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर (Enforcement Directorate) से बैंक के पूर्व प्रमोटर और संस्थापक राणा कपूर के घर पर छापेमारी की गई. राणा कपूर को रविवार सुबह करीब 11 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा. पूर्व एसबीआई सीएफओ प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है. यस बैंक की देशभर में 1,000 से अधिक शाखाएं और 1,800 से अधिक एटीएम हैं.

घरों पर की गई छापेमारी
ईडी ने शनिवार को वर्ली में राणा कपूर के समुंद्र महल आवास में अपनी जांच जारी रखी. ईडी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या यस बैंक प्रमोटर राणा कपूर और उनकी दो बेटियों की डमी कंपनी अर्बन वेंचर्स को घोटालेबाजों से 600 करोड़ रुपये मिले थे. भ्रष्टाचार में लिप्त डीएचएफएल ने बैंक द्वारा दिए गए 4,450 करोड़ रुपये के लिए इस कंपनी को पैसे दिए थे, जिसकी जांच की जा रही थी. ईडी अधिकारियों ने कहा कि यस बैंक ने डीएचएफएल को 3,750 करोड़ रुपये का ऋण और डीएचएफएल द्वारा नियंत्रित फर्म आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स को 750 करोड़ रुपये का एक और ऋण किया था.

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दायरे में कपूर की बेटियां भी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर से पूछताछ करने के अलावा अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए उनकी तीन बेटियों के आवास पर भी छापेमारी की थी. ईडी के एक सूत्र ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने यस बैंक घोटाले में अपनी जांच का विस्तार किया है और वह मुंबई और नई दिल्ली में तीन स्थानों पर तलाशी ले रही है. सूत्र ने कहा कि राणा कपूर की तीनों बेटियों राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर और राधा कपूर के आवासीय परिसरों में तलाशी ली जा रही है.

बेटियां घोटाले की लाभार्थी
सूत्र ने कहा कि कपूर की बेटियों के आवासीय परिसरों की तलाशी इसलिए ली जा रही है, क्योंकि वे घोटाले की कथित लाभार्थी हैं. एजेंसी अपनी इस कार्रवाई से पहले कपूर को अपने मुंबई स्थित कार्यालय में पूछताछ के लिए लेकर आई थी. ईडी ने शुक्रवार की रात को यस बैंक के संस्थापक के आवास पर छापेमारी की थी और मुंबई में उनके समुद्र महल स्थित आवास पर भी राणा से पूछताछ की गई थी. ईडी के अधिकारियों ने कहा कि कपूर से रातभर पूछताछ की गई और बीच में आराम का कुछ समय दिया गया.

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डीएचएफएल घोटाला
जांच से जुड़े ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) को यस बैंक द्वारा दिए गए ऋणों के बारे में कपूर से पूछताछ की जा रही है.' अधिकारी ने कहा कि तलाशी के दौरान बहुत से भ्रामक दस्तावेज पाए गए हैं और एजेंसी उसके डीएचएफएल के प्रमोटरों और अन्य कंपनियों के साथ संपर्को को लेकर पूछताछ करना चाहती है. एक कंपनी को ऋण देने में कपूर की कथित भूमिका और उनकी पत्नी के बैंक खाते में कथित तौर पर मिली खामियां भी जांच के दायरे में हैं.

मनी लांड्रिंग का भी मामला
ईडी ने कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है और उनके आवास पर छापा मारा गया. इसके अलावा कपूर के खिलाफ एक लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था, ताकि वह देश से बाहर न भाग सके. ईडी ने डीएचएफएल के खिलाफ अपनी जांच जारी रखने के क्रम में कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया, जिसमें कथित तौर पर पाया गया कि एक लाख फर्जी कर्जदारों का उपयोग करके 80 शेल कंपनियों को 12,500 करोड़ रुपये दिए गए. इन शेल कंपनियों के साथ लेन-देन की तारीख 2015 तक है.

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डीएचएफएल को यस बैंक से मिले पैसे
नई दिल्ली में ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि डीएचएफएल की जांच से पता चला है कि डीएचएफएल द्वारा निकाली गई धनराशि यस बैंक से ही प्राप्त हुई थी. उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात कपूर के आवास पर हुई छानबीन का मकसद यस बैंक द्वारा डीएचएफएल को ऋण देने में किसी भी तरह की अनियमितता का पता लगाना था. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 30 दिनों के लिए यस बैंक बोर्ड को निलंबित कर दिया है, जिसके बाद अब प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई सामने आई है. आरबीआई ने इसके लिए एक प्रशासक भी नियुक्त किया है और बैंक के खाताधारकों को एक महीने में केवल 50,000 रुपये निकालने की इजाजत है.