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सुब्रमण्यम स्वामी ने साधा निर्मला सीतारमण पर निशाना, पूछा 6 हफ्ते में कैसे हो गया जादू?

एक ट्वीट में वित्त मंत्री के बजट भाषण का उल्लेख करते हुए पूछा है कि क्या भारत ने महज छह हफ्तों में एक ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी कर ली है.

Updated on: 06 Jul 2019, 07:18 AM

highlights

  • सुब्रमण्यम स्वामी ने उठाए निर्मला सीतारमण के आंकड़ों पर सवाल.
  • हालांकि ऐसा लगता है कि उनसे खुद ही चूक हो गई है.
  • लंबे समय से देश का वित्त मंत्री बनने का ख्वाब संजोए हैं स्वामी.

नई दिल्ली.:

वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने निर्मला सीतारमण के बजट पर निशाना साधा है. एक तरह से उन्होंने बजट में भारतीय अर्थव्यवस्था की विश्व में 6ठी सबसे बड़ी इकोनॉमी को लेकर दिए गए आंकड़ों पर चोट की है. उन्होंने अपनी एक ट्वीट में वित्त मंत्री के बजट भाषण का उल्लेख करते हुए पूछा है कि क्या भारत ने महज छह हफ्तों में एक ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी कर ली है. इसके साथ ही उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत के क्रम पर भी सवालिया निशान लगाया है. हालांकि यह ट्वीट इस बार सुब्रमण्यम स्वामी की समझ पर भी सवाल खड़े कर रहा है. इसकी वजह लोकसभा में निर्मला सीतारमण का दिया गया बजट भाषण है, जिसमें उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर आंकड़े प्रस्तुत किए है.

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यह कहा था निर्मला सीतारमण ने
शुक्रवार को मोदी सरकार 2.0 के पहले बजट को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिकॉर्ड समय में पूरा किया. उन्होंने कहा कि भारत को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में 55 साल का वक्त लग गया. लेकिन जब देश और उसकी अवाम आशा, विश्वास और आकांक्षा से परिपूर्ण होती है, तो महज पांच सालों में अर्थव्यवस्था में 1 ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी की जा सकती है. आज भारत 3 ट्रिलियन डॉलर के आसपास की अर्थव्यवस्था है. ऐसे में जब हम (मोदी 2.0 सरकार) 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने की बात करते हैं, तो कई लोग आश्चर्य करते हैं.

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सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर तंज कसा
ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट आंकड़ों की हेरफेर की ओर ही इशारा करती है. उन्होंने कहा 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने में भारत को 55 साल लग गए. हमने (बीजेपी सरकार) ने 5 साल में 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था में और जोड़े. अब हम 3 ट्रिलियन डॉलर के आसपास की अर्थव्यवस्था हैं. इसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने पहला सवाल तो यही दागा है कि 55 साल कहां से जोड़े गए? 26 मई 2019 तक 1 ट्रिलियन डॉलर और जुड़ गए? अब हम 3 ट्रिलियन डॉलर के आसपास की अर्थव्यवस्था हैं, तो क्या महज 6 हफ्तों में 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बढ़ गई? हरे राम!

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अभी इतनी है भारतीय अर्थव्यवस्था
जाहिर है सुब्रमण्यम स्वामी का यह ट्वीट सीधे तौर पर निर्मला सीतारमण द्वारा बजट भाषण में पेश किए आंकड़ों पर सवालिया निशान लगाता है. हालांकि अपने बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने कहीं नहीं कहा कि उन्होंने फलां तारीख से फलां तारीख के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ी है. गौरतलब है कि 2014-15 में 1.85 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था थी. 2018-19 में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 2.7 ट्रिलियन डॉलर का हो गया. अब इस वित्तीय वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था को 3 ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. यह लक्ष्य हासिल करना भारत के लिए कतई दुरूह नहीं है.

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वित्त मंत्री पद दुखती रग है स्वामी की
इस आलोक में ऐसा लगता है कि सुब्रमण्यम स्वामी से ट्वीट करने में कोई चूक हो गई है. इसकी वजह भी समझी जा सकती हैं. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौर से स्वामी वित्त मंत्री बनने का ख्वाब संजोए हुए हैं. तब उनकी दाल नहीं गली थी और उन्होंने अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता की मदद से अंततः अटल सरकार गिरा भी दी थी. अब मोदी सरकार है, जो दूसरी बार भी प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई है. इस सरकार में भी उनका वित्त मंत्री बनने का ख्वाब पूरा होना वाला नहीं. ऐसे में वह अरुण जेटली तक पर निशाना साधते आए हैं और आज निर्मला सीतारमण पर हमला करने से खुद को नहीं रोक सके हैं.