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'पद्मावती' पर साथ आये कांग्रेस और बीजेपी, चुनाव आयोग से की रोक लगाने की मांग

संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' पर से संकट के बादल छटने का नाम नहीं ले रहें है। इस बार यह फिल्म राजनीतिक विवाद में घिरती नजर आ रही है।

Updated on: 03 Nov 2017, 12:00 AM

नई दिल्ली:

संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' पर से संकट के बादल छटने का नाम नहीं ले रहें है। इस बार यह फिल्म राजनीतिक विवाद में घिरती नजर आ रही है। बीजेपी ने गुजरात में विधानसभा चुनाव होने तक फिल्म की रिलीज डेट टालने की मांग की है।

वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि अगर सच में फिल्म में 'इतिहास के साथ छेड़छाड़' हुई है तो इसे सिरे से रिलीज ही नहीं होने देना चाहिए। बीजेपी ने बुधवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को होने वाले चुनावों तक फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।

बीजेपी ने चुनाव आयोग से फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है। बीजेपी ने इसके लिए चुनाव आयोग को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में कहा गया है कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ के चलते क्षत्रिय और राजपूत समुदाय के लोग की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है।

बीजेपी के प्रवक्ता और पूर्व वरिष्ठ मंत्री आई. के. जडेजा ने कहा, 'बीजेपी का मानना है कि 'इतिहास की गलत व्याख्या' की वजह से यह फिल्म क्षत्रिय और राजपूत समुदायों की भावनाओं को आहत कर सकती है। रानी पद्मावती कभी भी अलाउद्दीन खिलजी से नहीं मिली थीं। फिल्म में इतिहास को गलत तरीके से पेश किया गया है।'

उन्होंने कहा, 'राज्य में चुनाव होने हैं और ऐसे माहौल में यह जरूरी है कि किसी भी समुदाय से संबंधित विवाद न हो। इसलिए हम राज्य में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए चुनाव आयोग के पास गए हैं।'

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वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, 'चुनाव होने को हैं, बीजेपी के एक मंत्री चुनाव आयोग से राज्य में चुनाव समाप्त होने तक पद्मावती पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। यह आपकी सरकार है, इस संबंध में प्रधानमंत्री को लिखें।'

गोहिल ने पत्रकारों से कहा, 'केवल रिलीज टालने से समुदाय की भावना संतुष्ट नहीं होगी। हम मांग करते हैं कि जैसा कि दावा किया जा रहा है, अगर इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है तो फिल्म को कहीं भी रिलीज ही नहीं किया जाना चाहिए।'

उन्होंने कहा कि किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले, संबंधित समुदायों के नेताओं के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग होनी चाहिए और उनकी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए फिल्म के दृश्यों में काट-छांट की जानी चाहिए।

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इससे पहले, 17 जिलों के क्षत्रिय और राजपूत समुदायों के सदस्य फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर कई मंत्रियों से मिल चुके हैं।

इससे पहले, राजस्थान में करनी सेना के सदस्यों ने फिल्म का पोस्टर जलाया था और जयपुर में शूटिंग को बाधित किया था। गुजरात में, इससे पहले अक्टूबर में प्रदर्शनकारियों का समूह सूरत में एक मॉल में घुस गया था और एक स्थानीय युवा कलाकार द्वारा बनाए गई पद्मावती के पोस्टर की रंगोली को बर्बाद कर दिया था।

फिल्म के एक सेट पर लगी आग में लाखों का नुकसान भी निर्माता उठा चुके हैं।

भंसाली की फिल्म में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं।

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