चंडीगढ़, 2 जुलाई (आईएएनएस)। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। विधायकों के साथ डिनर पार्टी को शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखे जाने से लेकर सड़कों की स्थिति और बिजली के बढ़े हुए बिलों तक, रणबीर गंगवा ने हर मुद्दे पर खुलकर जवाब दिया।
रणबीर गंगवा ने साफ किया कि भाजपा एकजुट है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में पारदर्शी तरीके से सरकार चल रही है।
साथ ही, उन्होंने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए विकास कार्यों की प्रगति पर भी प्रकाश डाला। शक्ति प्रदर्शन या सामान्य समारोह? रणबीर गंगवा ने विधायकों के साथ हाल ही में आयोजित डिनर पार्टी को लेकर चल रही चर्चाओं को खारिज करते हुए कहा कि इसे शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखना गलत है।
उन्होंने कहा, “मुझे न तो इसकी जानकारी थी, न ही मुझे बुलाया गया। यह कोई विशेष बात नहीं है। यह कोई साजिश का विषय नहीं है। हम सभी भाजपा के कार्यकर्ता हैं और एकजुट होकर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी पीएम मोदी और सीएम सैनी के नेतृत्व में पारदर्शिता के साथ काम कर रही है। सड़कों की स्थिति के सवाल पर गंगवा ने बताया कि बारिश से पहले सड़कों की मरम्मत का अभियान शुरू किया गया था।
उन्होंने कहा, “हमने जून तक 65 फीसद सड़कों को ठीक करने का लक्ष्य रखा था। कुल 14,300 किलोमीटर सड़कों में से डीएलपी (डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड) के तहत मरम्मत कराई गई। करीब 6,000 किलोमीटर सड़कों पर काम चल रहा है और 5,000 किलोमीटर सड़कें पूरी तरह ठीक हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ सड़कें इतनी खराब थीं कि पैचवर्क संभव नहीं था, इसलिए उन्हें इस साल के कार्य योजना में शामिल किया गया है। इंद्री हलके के लिए 17 करोड़ रुपये के कार्यों को मंजूरी दी गई है, जिनके टेंडर जल्द शुरू होंगे।
उन्होंने गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि खराब काम करने वाली एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिसमें ब्लैकलिस्टिंग और रिकवरी शामिल है। बिजली के बढ़े हुए बिलों को लेकर विपक्ष के प्रदर्शनों पर गंगवा ने तंज कसते हुए कहा कि पिछले 11 सालों में बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई।
उन्होंने कहा, “किसानों और छोटे उपभोक्ताओं (2 किलोवाट तक) के लिए कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। न्यूनतम शुल्क भी खत्म कर दिया गया है।”
उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब बिजली दरें क्या थीं?
मंत्री ने दावा किया कि मामूली बढ़ोतरी सामान्य महंगाई के हिसाब से की गई है और यह केवल बड़े उपभोक्ताओं पर लागू है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के पास न तो एकजुट नेतृत्व है, न ही जनता का विश्वास। उनके गुट आपस में ही लड़ते हैं।”
उन्होंने दावा किया कि जनता का भरोसा भाजपा के साथ है और विपक्ष का प्रदर्शन केवल मीडिया में सुर्खियां बटोरने का प्रयास है।
--आईएएनएस
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