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बिहार: सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए किया गया 'सर्वधर्म-संवाद', क्या सुधरेंगे हालात

बिहार के गया में गांधी मैदान के प्रांगण में 'सर्वधर्म-संवाद' के मौक़े पर कई धार्मिक गुरुओं ने हिस्सा लिया और लोगों को राज्य में भाईचारा बनाए रखने की नसीहत दी।

Updated on: 02 Apr 2018, 02:35 PM

नई दिल्ली:

पिछले कुछ दिनों से औरंगाबाद, नवादा समेत बिहार के कई इलाक़ों में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनी हुई है। जिसे देखते हुए रविवार को राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 'सर्वधर्म-संवाद' का आयोजन किया गया था।

इस आयोजन में सभी धर्म से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया और समाज के सभी वर्गों को भाईचारा और शांति-व्यवस्था बनाए रखने का संदेश दिया।

बिहार के गया में गांधी मैदान के प्रांगण में 'सर्वधर्म-संवाद' के मौक़े पर कई धार्मिक गुरुओं ने हिस्सा लिया और लोगों को राज्य में भाईचारा बनाए रखने की नसीहत दी।

इससे पहले मुंगेर ज़िले में भी इसी तरह के एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

बता दें कि बिहार में सांप्रदायिक दंगे की शुरुआत मार्च महीने में हुई जब भागलपुर जिले के नाथनगर में हिंदू नववर्ष जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच पहले पथराव की गई और बाद में हालात हिंसक झड़प तक पहुंच गई।

पुलिस ने आशंका जताई कि ज़ुलूस में शामिल कुछ लोगों ने 'भड़काऊ' नारे लगाए जिसकी वजह से हिंसा भड़की।

इस घटना के कुछ दिनों बाद ही औरंगाबाद में रामनवमी के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान नारेबाजी को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प हुई।

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बता दें कि 25 मार्च को औरंगाबाद के नवाडीह कॉलोनी में उस वक्त तनाव की स्थिति पैदा हो गई जब दंगाईयों ने 20 से अधिक दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया और पत्थरबाजी की।

इसके बाद दोनों समुदायों की तरफ से हथियार चलाए गए और पत्थरबाजी की गई, जिसमें कई लोगों के घायल हुए थे। वहां पर हुई हिंसा की ताजा वारदात में दर्जनों दुकानें आग में जलकर खाक हो गईं थी।

रिपोर्ट के अनुसार, 25 मार्च को औरंगाबाद के ओल्ड जीटी रोड में दंगाईयों ने जामा मस्जिद के पास स्थित करीब 50 दुकानों को जला दिया, वहीं बदमाशों के द्वारा पत्थरबाजी में 20 पुलिसकर्मियों सहित करीब 60 लोग घायल हो गए थे।

वहीं नावादा शहर में एक धार्मिक मूर्ति को विखंडित किए जाने की घटना से शुक्रवार को तनाव की स्थिति पैदा हो गई। उत्तेजित भीड़ ने वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और दुकानों में आग लगा दी। लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया।

इसके अलावा समस्तीपुर, भागलपुर, गया, कैमूर और सीवान से भी अलग-अलग मामलों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं।

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