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महागठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ आए नीतीश, RJD का दावा- सरकार हम बनाएंगे

जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार ने 'मौजूदा राजनीतिक माहौल' को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की योजना बनाई है।

Updated on: 27 Jul 2017, 12:39 AM

highlights

  • नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, बीजेपी के सहयोग से फिर बनेंगे सीएम
  • नीतीश कुमार गुरुवार शाम 5 बजे लेंगे सीएम पद की शपथ, बीजेपी सरकार में होगी शामिल
  • पीएम मोदी ने नीतीश कुमार को दी बधाई, नीतीश ने भी कहा शुक्रिया

नई दिल्ली:

करीब 20 महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर को बिहार में रोक सरकार बनाने वाला 'महागठबंधन' मंगलवार को टूट गया।

जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के मुखिया नीतीश कुमार ने 'मौजूदा राजनीतिक माहौल' को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की योजना बनाई है।

वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने भी सरकार बनाने का दावा किया है। लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, 'राज्यपाल से मिलने का मांगा समय। सबसे बड़ा दल होने के नाते करेंगे सरकार बनाने का दावा। BJP के ख़िलाफ़ चुनकर आए जदयू विधायकों का भी मिलेगा समर्थन।'

राज्यपाल ने आरजेडी नेताओं को सुबह 11 बजे मिलने के लिए बुलाया है। आरजेडी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।

बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके मंत्रिपरिषद के त्यागपत्र को स्वीकार कर लिया।

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नीतीश के इस्तीफे की खबर लगते बिहार की राजनीति में भूचाल सा आ गया। मिनट-मिनट पर स्थितियां बदली और यह साफ हो गया की बुधवार को एक बार फिर नीतीश मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन उनके साथ महागठबंधन नहीं, 24 घंटे पहले तक राजनीतिक विरोधी रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) होगी।

बीजेपी ने बिना शर्त नीतीश कुमार को समर्थन देने का ऐलान किया है। वहीं आरजेडी भी सरकार बनाने का दावा कर रही है।

खुश मोदी ने नीतीश को दी बधाई

नीतीश द्वारा राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को इस्तीफा सौंपे जाने के ठीक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी।

उन्होंने कहा, 'सवा सौ करोड़ नागरिक ईमानदारी का स्वागत और समर्थन कर रहे हैं। देश के, विशेष रूप से बिहार के उज्ज्वल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर भ्रष्टाचार के खिलाफ एक होकर लड़ना, आज देश और समय की मांग है।' नीतीश ने भी जवाबी ट्वीट कर मोदी का धन्यवाद व्यक्त किया।

नीतीश का फिर साथ देगी बीजेपी?

नीतीश के साथ गठबंधन सरकार में उप-मुख्यमंत्री रह चुके बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में बीजेपी शामिल होगी।

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सुशील मोदी ने बीजेपी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर मिले। वहीं दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई। बैठक में BJP पर्यवेक्षक के तौर पर जेपी नड्डा और डॉ अनिल जैन को बिहार भेजे जाने का फैसला किया गया।

नीतीश ने बताया क्यों दिया इस्तीफा?

नीतीश ने कहा, 'मैंने इन 20 महीनों में जितना हो सका, सरकार चलाने की कोशिश की। लेकिन इस बीच जो हालात बने, जिस तरह की चीजें उभरकर सामने आईं, उसमें काम करना, नेतृत्व करना संभव नहीं रह गया था।'

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव प्रकरण पर नीतीश ने कहा, 'हमने कभी किसी का इस्तीफा नहीं मांगा था, बल्कि उनका पक्ष मांगा था। मैंने कहा कि जो भी आरेाप लगे हैं, उसे 'एक्सप्लेन' कीजिए। वो नहीं हुआ। जब मुझे ऐसा लग गया कि वे कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं, तो ऐसी स्थिति में मैं तो जवाब नहीं दे सकता। मैं सरकार का नेतृत्व कर रहा हूं। लेकिन सरकार के अंदर के व्यक्ति के बारे में कुछ बातें कही जाती हैं और मैं उस पर कहने की स्थिति में नहीं हूं तो ऐसी स्थिति में इस सरकार को चलाने का, मेरे हिसाब से कोई आधार नहीं है।'

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नीतीश ने कहा, 'पूरे माहौल को देखने के बाद, मुझे लगा कि मेरे जैसे व्यक्ति के लिए..यह मेरे अंतर्रात्मा की आवाज है।'

नीतीश पर बरसे लालू

नीतीश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा, 'नीतीश कुमार पटना के पंडारक थाने में वर्ष 1991 में एक हत्या के मामले में आरोपी हैं। ऐसे में उनका मुख्यमंत्री बने रहना कहां का जीरो टॉलरेंस था। इस मामले में अदालत ने संज्ञान भी लिया है, परंतु नीतीश अपने पद का इस्तेमाल कर उस मामले को दबाए हुए हैं।'

आरजेडी नेता ने नीतीश कुमार पर परोक्ष रूप से यह भी आरोप लगाया कि वह भाजपा से मिले हुए हैं।

कांग्रेस को मिली निराशा

बिहार सरकार में सहयोगी कांग्रेस पार्टी ने नीतीश के इस्तीफे पर चिंता जताई। कांग्रेस ने कहा कि पार्टी महागठबंधन के घटकों के बीच उपजे वैचारिक मतभेदों को दूर करने की कोशिश करेगी, ताकि पांच साल के लिए मिले जीत के जनादेश का सम्मान किया जा सके।

ऐसे बनेगी बीजेपी-जेडीयू गठबंधन कि सरकार

243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में जेडीयू और बीजेपी को मिलाकर 129 विधायक हो जाएंगे, जो जरूरी बहुमत 122 से अधिक है। बिहार में आरजेडी के 80, जेडीयू के 71, बीजेपी गठबंधन के 58, कांग्रेस के 27, वामदलों के 3 और निर्दलीय 4 विधायक हैं।