पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार सरकार ने शिक्षक बहाली में प्रदेश के निवासियों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। इसके लिए डोमिसाइल नीति लागू की जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद इस बात की जानकारी सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी।
सरकार के इस फैसले को लेकर जदयू ने प्रसन्नता व्यक्त की है और राजद पर जोरदार तंज कसा है।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने सरकार के इस फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यहित में टीआरई-4 एवं टीआरई-5 के लिए शिक्षकों की बहाली की घोषणा की तथा डोमिसाइल नीति लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया।
उन्होंने राजद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमने बिहार के युवाओं की भलाई के लिए तो यह फैसला ले लिया, लेकिन विपक्ष खासकर राजद यह नजीर पेश करे कि हरियाणा से लाकर राज्यसभा सदस्य नामित करते हैं, बिहार के कार्यकर्ताओं की हकमारी करते हैं। इन कार्यकर्ताओं को डोमिसाइल का हक देगी।
उन्होंने आगे कहा कि सिंगापुर से लाकर चुनावी टिकट दे देते हैं। राजद अब ऐसी बेटियों को टिकट दे, जो बिहार में वास करती हैं। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि विपक्ष हमारी उम्मीदों पर खरा उतरेगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हम लोग शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं। शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।
उन्होंने आगे लिखा, शिक्षकों की बहाली में बिहार के निवासियों (डोमिसाइल) को प्राथमिकता देने हेतु शिक्षा विभाग को संबंधित नियम में आवश्यक संशोधन करने का निर्देश दिया गया है। यह टीआरई-4 से ही लागू किया जाएगा। वर्ष 2025 में टीआरई-4 एवं वर्ष 2026 में टीआरई-5 का आयोजन किया जाएगा। टीआरई-5 के आयोजन के पूर्व एसटीईटी का आयोजन करने का भी निर्देश दिया गया है।
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