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(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)। आरएलडी नेता मलूक नागर ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने को विपक्ष की हताशा का प्रमाण बताया है। उनके मुताबिक स्टालिन की एंट्री का नुकसान पूरे इंडी गठबंधन को उठाना पड़ सकता है।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि स्टालिन की मौजूदगी इंडी अलायंस को और कमजोर करेगी, क्योंकि स्टालिन के सनातन धर्म, हिंदी भाषी क्षेत्रों और हिंदी के खिलाफ दिए गए पुराने बयान बिहार की जनता को स्वीकार नहीं होंगे। उन्होंने स्टालिन के बयानों को सनातन धर्म, गऊ माता और भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया, जिसे बिहार की जनता अपमान के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि स्टालिन को बुलाकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपनी हार सुनिश्चित कर ली है, और इससे बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की एकतरफा जीत होगी।
एक वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हार की हताशा में नेता अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं और स्टालिन का बिहार आना विपक्ष की हताशा का प्रतीक है। स्टालिन का आना न केवल विपक्ष के लिए नुकसानदायक है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वे हिंदू भावनाओं के खिलाफ हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की जापान यात्रा पर उन्होंने कहा कि दुनिया भर में टैरिफ युद्ध चल रहा है, अमेरिका की ओर से 50 प्रतिशट टैरिफ लगाया गया। वह जीरो टैरिफ पर अपने कृषि के उत्पादों पर भारत में भेजना चाहता था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। अगर ऐसा होता तो हमारे किसान और पशुपालक तबाह हो जाते। लेकिन, देश के पीएम मोदी ने स्वीकार नहीं किया, ऐसे समय में आज जब विकसित देश इस वैश्विक संकट से निपटने के लिए चर्चा कर रहे हैं, चाहे वो चीन, रूस, जापान की यात्रा हो या उससे पहले ब्रिटेन की यात्रा, प्रधानमंत्री इस टैरिफ युद्ध से निपटने के लिए कूटनीति और वैश्विक राजनीति के माध्यम से लगातार काम कर रहे हैं। ये प्रयास पूरी तरह से देश, किसानों, पशुपालकों, मछुआरों और व्यापारियों के हित में हैं और प्रधानमंत्री लगातार उस दिशा में काम कर रहे हैं।
वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन पर कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार इस स्थिति पर पूरा ध्यान दे रही है और केंद्र शासित प्रदेश में भारत सरकार भी संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। कहा कि दोनों सरकारें मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं, ताकि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा सकें। उन्होंने विश्वास जताया कि स्थिति को जल्द नियंत्रित कर लिया जाएगा और वैष्णो देवी यात्रा को जल्द से जल्द पुनः शुरू कर दिया जाएगा।
--आईएएनएस
डीकेएम/केआर
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