बिहार की जनता तय करेगी किसकी बनेगी सरकार, हम नहीं करते जीत हार की भविष्यवाणी : तेजप्रताप यादव (आईएएनएस साक्षात्कार)

बिहार की जनता तय करेगी किसकी बनेगी सरकार, हम नहीं करते जीत हार की भविष्यवाणी : तेजप्रताप यादव (आईएएनएस साक्षात्कार)

बिहार की जनता तय करेगी किसकी बनेगी सरकार, हम नहीं करते जीत हार की भविष्यवाणी : तेजप्रताप यादव (आईएएनएस साक्षात्कार)

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IANS
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बिहार की जनता तय करेगी किसकी बनेगी सरकार, हम नहीं करते जीत हार की भविष्यवाणी: तेजप्रताप यादव (आईएएनएस साक्षात्कार)

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

पटना, 1 अगस्त (आईएएनएस)। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस बीच राजद से निष्कासित विधायक तेजप्रताप यादव ने महुआ सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान के बाद बिहार की सियासी फिजाओं में तमाम तरह की सियासी चर्चाएं तेज हो गई है।

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आईएएनएस के साथ एक विशेष साक्षात्कार में तेजप्रताप यादव ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। बिहार में चुनाव आयोग की विशेष गहन समीक्षा (एसआईआर) से लेकर राज्य में बढ़ते अपराध और राजद के भीतर की अंदरूनी कलह के सवाल पर उन्होंने बेबाक तरीके से जवाब दिया।

सवाल : क्या आप आगामी चुनाव में महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे?

जवाब : मैं पहले भी महुआ से चुनाव जीत चुका हूं और बिहार का स्वास्थ्य मंत्री रह चुका हूं। मैंने इस क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज भी बनवाया है। हमने वहां विकास कार्य किए हैं। इसलिए हां, मैं फिर से चुनाव लड़ूंगा। बिहार में कई युवा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राजनीति में प्रवेश कर रहे हैं और मैं उनके लिए भी प्रचार करूंगा।

सवाल : क्या आप चुनाव आयोग के एसआईआर को खतरा मानते हैं?

जवाब : ये सब बातें चुनाव के समय आसानी से सामने आ जाती है। ये मुद्दे पहले कहां थे? ऐसा लगता है कि इस कवायद का मकसद समाजवादी विचारधारा के लोगों को बाहरी बताना है। लेकिन, मैं ये जरूर कहूंगा कि बिहार की जनता डरी हुई नहीं है। वो समझ रही है कि क्या हो रहा है।

सवाल : तेजस्वी यादव ने कथित तौर पर एसआईआर के विरोध में चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है, इस पर आपकी प्रतिक्रिया?

जवाब : आपको उनसे पूछना होगा। मैं अब न तो पार्टी का हिस्सा हूं और न ही इसके संगठन का सदस्य हूं। इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।

सवाल : राजद से छह साल के लिए निष्कासित किए जाने पर आप क्या कहना चाहेंगे?

जवाब : इस साजिश के पीछे जो भी था, ईश्वर उसे देख रहा है। मैं उस मुद्दे से आगे बढ़ चुका हूं। मेरे लिए अब ये मुद्दा नहीं है। युवाओं का मुद्दा मेरे लिए महत्वपूर्ण है और अब मेरा ध्यान युवाओं और उनकी चिंताओं पर है।

सवाल : आपके हिसाब से बिहार में अगली सरकार किसकी बनेगी, महागठबंधन या एनडीए?

जवाब : जैसा मैंने कहा, मैं ऐसे आकलन नहीं करता। जनता तय करेगी कि कौन जीतेगा या कौन हारेगा।

सवाल : एक नेता के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में आप क्या सोचते हैं?

जवाब : हर किसी का अपना अंदाज होता है। जनता तय करती है कि कौन अच्छा है। निजी तौर पर मैं उन्हें एक अच्छा नेता नहीं मानता और न ही प्रशांत किशोर को। मेरे नेता लालू प्रसाद यादव हैं और मैं उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने में विश्वास रखता हूं।

सवाल : आप हाल ही में समाजवादी पार्टी कार्यालय गए थे। क्या आप पार्टी में शामिल होने की योजना बना रहे हैं?

जवाब : नहीं, अखिलेश यादव से हमारे पारिवारिक रिश्ते बहुत पुराने हैं। मैं बस सपा नेताओं से मिलने गया था। मीडिया ने इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और दावा किया कि मैं पार्टी में शामिल हो रहा हूं।

सवाल : क्या तेज प्रताप यादव किसी पार्टी के बैनर तले या निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे?

जवाब : मैं निर्दलीय चुनाव लडूंगा और मैं चाहता हूं कि जितने भी युवा और नौजवान हैं, वो चुनावी प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। हमारी ओर से कितनी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है, ये सब बातें आने वाले दिनों में सार्वजनिक की जाएगी।

सवाल : क्या तेजस्वी यादव अगले मुख्यमंत्री बनेंगे?

जवाब : यह तो जनता तय करेगी। उनके बड़े भाई होने के नाते मैं उन्हें अपना आशीर्वाद देता हूं कि वे आगे बढ़ते रहें।

सवाल : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?

जवाब : मैं नीतीश कुमार के बारे में क्या कहूंगा, पूरा बिहार उनके बारे में जानता है। मेरा उनके बारे में कोई राय नहीं है।

सवाल : तेजस्वी का कहना है कि एनडीए सरकार उनकी प्रस्तावित योजनाओं की नकल कर रही है। आपके क्या विचार हैं?

जवाब : वे क्या कर रहे हैं, मुझे नहीं पता। बिहार के साथ पूरा देश देख रहा है कि किस तरह से बिहार में क्राइम फैल रहा है। बिहार की हालत खस्ता है। यह सिर्फ जंगलराज नहीं, बल्कि महा-महा जंगल राज है। नीतीश कुमार के लिए हालात अच्छे नहीं दिख रहे हैं। सत्ता में उनके दिन अब गिने-चुने ही रह गए हैं।

सवाल : बिहार में अस्पतालों में हत्याएं और लोगों को आग लगाने जैसे अपराध हुए हैं। आप क्या कहना चाहेंगे?

जवाब : बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सच कहूं तो अब जब कोई इसका ज़िक्र करता है तो मुझे हंसी आती है। कोई नहीं जानता कि कब और कहां कौन अपराधी हमला कर दे। अगर ऐसा ही चलता रहा तो एनडीए (जेडीयू+भाजपा) की सत्ता में वापसी नामुमकिन है।

--आईएएनएस

एकेएस/जीकेटी

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