पटना, 11 जून (आईएएनएस)। बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो इन दिनों सक्रिय नजर आ रहा है। घूसखोर अधिकारी और कर्मचारी निगरानी के रडार में हैं। इस बीच, सासाराम में एक पुलिस अवर निरीक्षक (एएसआई) को एक अन्य एएसआई से रिश्वत लेना महंगा पड़ गया और निगरानी की टीम ने रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, यह पूरा मामला सासाराम जीआरपी का है। बताया गया कि मध निषेध कार्यालय, पटना में पदस्थापित एएसआई बसंती कुमारी ने 13 मई को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत की थी कि सासाराम जीआरपी में तैनात एएसआई विजय कुमार सिंह द्वारा मेरे पति रंजित कुमार उर्फ करण यादव पर रेल थाना सासाराम में जमानतीय धारा में दर्ज कांड संख्या 10/25 में थाना से जमानत देने के एवज में रिश्वत की मांग की जा रही है।
ब्यूरो द्वारा शिकायत के सत्यापन के बाद मामला सही पाया गया। प्रथम दृष्ट्या आरोप सही पाए जाने के बाद इस मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई और पुलिस उपाधीक्षक किरण पासवान के नेतृत्व में एक धावादल का गठन किया गया। बुधवार को आरोपी एएसआई विजय कुमार सिंह को पांच हजार रुपए रिश्वत लेते उनके सरकारी आवास, सासाराम से रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
ब्यूरो द्वारा बताया गया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने सोमवार को दो सफलताएं पाई थीं। ब्यूरो की एक टीम ने वैशाली जिले के लालगंज प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) नीलम कुमारी तथा उसके ड्राइवर अविनाश कुमार को 20 हजार रुपए बतौर रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था, जबकि सिवान जिले के लकड़ी नवीगंज के राजस्व कर्मचारी गिरीश तिवारी को 35 हजार रुपए घूस लेते निगरानी टीम के हत्थे चढ़ गया था।
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