भोपाल : 90 डिग्री टर्न वाला ओवर ब्रिज बना विवादों का घर, लोगों को हादसों का सता रहा डर

भोपाल : 90 डिग्री टर्न वाला ओवर ब्रिज बना विवादों का घर, लोगों को हादसों का सता रहा डर

भोपाल : 90 डिग्री टर्न वाला ओवर ब्रिज बना विवादों का घर, लोगों को हादसों का सता रहा डर

author-image
IANS
New Update
Bhopal overbridge with 90 degree turn

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली/भोपाल, 12 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का एक ओवर ब्रिज उद्घाटन से पहले विवादों में घिर गया है।

दरअसल, इस ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए जो डिजाइन तैयार हुई और इसको जिस तरीके से बनाया गया वह हैरान करने वाला है। इस पुल पर दो टर्न ऐसे हैं जो 90 डिग्री के कोण पर हैं। यानी सामने से आ रही गाड़ी किसी भी सूरत में दूसरी तरफ से आ रही गाड़ी चालक को नजर नहीं आएगी और हादसे की संभावना हमेशा से यहां बनी रहेगी।

इस पुल को हादसों का पुल अभी से कहा जाने लगा है, जबकि इसका निर्माण कार्य अभी पूरा भी नहीं हुआ है और इसका उद्घाटन होना अभी बाकी है। इस पुल के डिजाइन को देखकर साफ लगता है कि यह इंजीनियरिंग का एक गलत नमूना भर है। इस पुल की डिजाइन हादसों को आमंत्रित करेगी, ऐसा साफ नजर आ रहा है।

अब इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किसने इसकी डिजाइन को अप्रूवल दिया होगा, क्योंकि यह ओवर ब्रिज दो जगहों पर 90 डिग्री के कोण पर मुड़ा हुआ है।

राजधानी के ऐशबाग इलाके में यातायात को सुविधाजनक और सुगम बनाने के मकसद से रेलवे लाइन के ऊपर यह ओवर ब्रिज बनाया गया है, मगर यह ब्रिज अपनी डिजाइन को लेकर चर्चा का विषय बन गया है।

लगभग 8 साल के लंबे इंतजार के बाद यह ओवरब्रिज बनकर तैयार हुआ है और अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस पर लागत लगभग 18 करोड़ की आई है, मगर इस पुल पर जो दो मोड़ हैं, उसको लेकर लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं। इस पुल पर टर्न सीधे तौर पर 90 डिग्री के कोण पर हैं।

इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरोलिया ने आईएएनएस से बात करते हुए पुल की डिजाइनिंग पर सवाल उठाए और कहा कि यह 90 डिग्री के मोड़ वाला पुल है, जिसे देखकर ऐसा लगता है, जैसे यह वीडियो गेम की तर्ज पर बनाया गया हो।

मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और इंजीनियर विश्वास सारंग पर आरोप लगाते हुए अभिनव बरोलिया ने कहा कि मंत्री विश्वास सारंग, जो कि पेशे से इंजीनियर भी रहे हैं, उन्होंने इस ब्रिज को देखा है। उसके बावजूद भी इस तरह का ब्रिज बनाया जाना सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है।

उन्होंने तंज भरे लहजे में विश्वास सारंग को लेकर कहा कि वह तो दावा करते हैं कि पूरे प्रदेश में जहां कहीं भी पुल-पुलिया बन रही है, सब पर उनकी नजर होती है, तो फिर प्रदेश की राजधानी में यह जो ओवरब्रिज बना, इसमें दो 90 डिग्री के टर्न कैसे बना दिए गए।

राहगीर निदा खान ने इस पुल के डिजाइन को लेकर भी अपनी आपत्ति जताई और कहा कि यह पुल तो हादसों को न्योता देने वाला होगा। अगर इस तरह का मोड़ देना था तो कम से कम दो अलग-अलग लेन इसके लिए बनाने चाहिए थे। एक जाने और एक आने का ताकि दुर्घटना की संभावना न रहे।

निदा के मुताबिक, इस पुल का अभी जो डिजाइन है, वह तो शत-प्रतिशत दुर्घटनाओं को दावत देने वाला नजर आ रहा है। निदा की मानें तो इस तरह के पुल आवागमन के लिए कितने सुविधाजनक होंगे, यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन इस पर तो दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी।

सोशल मीडिया पर भी इस पुल के डिजाइन को लेकर तरह-तरह से तंज किए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि यातायात को बेहतर बनाने के साथ जाम जैसी समस्या से निजात दिलाने के लिए बनाया गया पुल हादसों का बड़ा कारण बनेगा, क्योंकि इसमें 90 डिग्री के मोड़ हैं।

--आईएएनएस

जीकेटी/

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment