रायपुर, 14 जून (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सभी जिलों में व्यापक अभियान चल रहा है और सभी की पहचान स्थापित की जा रही है।
रमन सिंह ने मीडिया से कहा, सभी जिलों में पुलिस विभाग द्वारा व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। सभी लोगों की पहचान की पुष्टि की जा रही है। रायपुर और भिलाई समेत सभी जिलों में बांग्लादेशी या अन्य घुसपैठियों के रूप में पहचाने जाने वालों को चिह्नित किया जा रहा है और उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।
ईडी द्वारा सुकमा कांग्रेस भवन को अटैच किए जाने पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा, सबूत मिलने पर ईडी की ओर से कार्रवाई हो रही है। उन्हें जहां भी साक्ष्य मिलेंगे, वहां कार्रवाई होगी।
17 मई को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में अवैध रूप से रह रही बांग्लादेशी महिला और उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
दुर्ग पुलिस ने सुपेला कांट्रेक्टर कॉलोनी से दोनों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में महिला ने अपना नाम ज्योति और पुरुष ने रासेल शेख बताया था। दस्तावेजों की गहन जांच में सामने आया कि महिला का असली नाम शाहिदा खातून (35 वर्ष) है, जो बांग्लादेश की नागरिक है।
पुलिस जांच में यह भी पता चला था कि शाहिदा इससे पहले 2009 में भी अवैध रूप से भारत आई थी। वह बांग्लादेश-भारत अंतर्राष्ट्रीय सीमा को पार कर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में दाखिल हुई थी।
इसी साल जनवरी में छत्तीसगढ़ में पहचान छुपाकर रहने वाले लोगों के खिलाफ राजधानी रायपुर में प्रशासन द्वारा अभियान शुरू किया गया था। करीब दो हजार लोगों को वेरिफिकेशन के लिए पुलिस लाइन में लाया गया था।
उल्लेखनीय है कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर देश के कई दूसरे राज्यों में भी अभियान चलाया जा रहा है। हाल ही में दिल्ली में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के खिलाफ पुलिस ने अभियान चलाया था। पुलिस के इस अभियान की लोगों ने तारीफ भी की थी।
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