कोलकाता, 9 जून (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के काकद्वीप विधानसभा क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां बांग्लादेश में 2024 के छात्र आंदोलन से जुड़े न्यूटन दास का नाम वहां की वोटर लिस्ट में पाया गया है। जिसको लेकर सियासी तापमान बढ़ गया है।
इस मुद्दे पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि आप देखिए कि इसमें कोई विवाद नहीं है। अगर कुछ गड़बड़ है, तो प्रशासन उचित कदम उठाएगा, लेकिन मूल प्रश्न यह है कि बांग्लादेश से ऐसे लोग भारत में कैसे प्रवेश कर रहे हैं, क्योंकि सीमा पर बीएसएफ है। सीमा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन बीएसएफ की जिम्मेदारी और अधिकार क्षेत्र में है। पिछले कुछ दिनों में कुछ बांग्लादेशी म्यांमार से आए हैं, उनकी पहचान की गई है और त्रिपुरा से उन्हें गिरफ्तार किया गया है, जो कि भाजपा शासित राज्य है। वह घुसपैठिये भारत में ऐसे कैसे प्रवेश कर सकते हैं।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2026 के आगामी बंगाल और तमिलनाडु विधानसभा के चुनाव में भाजपा जीत का परचम लहराएगी। जिसपर घोष ने पलटवार करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि उन्हें नियमित रूप से कुछ हाजमोला लेना चाहिए। 2021 में भाजपा की तरफ से बंगाल चुनाव के दौरान अबकी बार 200 पार का बयान दिया गया लेकिन उनको 77 सीटों पर जीत मिली। अब लगभग 60 के करीब हैं और उसके बाद पंचायत चुनाव में हर जिला परिषद में टीएमसी जीती। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फिर से पुराने बयान को दोहरा रहे हैं, यानी उन्हें कुछ हाजमोला चाहिए और आप निश्चिंत रहें कि 2026 में टीएमसी कम से कम 250 विधानसभा सीटें जीतेगी और ममता बनर्जी चौथी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी।
दरअसल बीते एक जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था, बंगाल की इसी धरती पर चुनाव के दौरान और तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने के बाद भाजपा के अनेक कार्यकर्ताओं की हत्या की गई। पूरे देश में चुनाव के दौरान हिंसा खत्म हो गई होगी, लेकिन बंगाल में हिंसा जारी है। दीदी हिंसा करने वालों को आप कब तक बचाती रहेंगी? आपका समय पूरा हो गया है और 2026 में पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। हमें भरोसा है कि प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी को सेवा करने का अवसर जरूर देगी।
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