Renault Nissan और वर्कर्स यूनियन में हुई सुलह, अंतरिम शांति समझौते पर किए हस्ताक्षर
आरएनआईटीएस ने संयंत्र के संचालन के दौरान कोविड -19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन न करने का हवाला देते हुए मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.
highlights
- अदालत ने 31 मई को कंपनी प्रबंधन और कर्मचारी संघ को एक जून को चर्चा कर समाधान निकालने को कहा था
- प्रबंधन और संघ ने सोमवार को ट्रिम, चेसिस, बॉडी शॉप में खाली पिच अनुपात 3: 1 के लिए सहमति व्यक्त की है
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रेनॉल्ट निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Renault Nissan Automotive India Private Limited) और उसके कर्मचारी संघ रेनॉल्ट निसान इंडिया थोझीलालार संगम (आरएनआईटीएस) के बीच एक अंतरिम शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे सामाजिक दूरी बनाए रखने के विकल्पों को आजमाया जा सके. यह जानकारी संगठन के शीर्ष नेता ने दी है. रेनॉल्ट निसान ऑटोमोटिव एक फ्रेंको-जापानी कार है जो रेनॉल्ट और निसान बैज वाले वाहनों को यहां के निकट संयुक्त उद्यम बना रही है. आरएनआईटीएस ने संयंत्र के संचालन के दौरान कोविड -19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन न करने का हवाला देते हुए मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.
अदालत ने 31 मई को कंपनी प्रबंधन और कर्मचारी संघ को एक जून को औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य निदेशालय के अधिकारियों की मौजूदगी में चर्चा कर समाधान निकालने को कहा था. तदनुसार, प्रबंधन और संघ ने सोमवार को ट्रिम और चेसिस और बॉडी शॉप में खाली पिच अनुपात 3: 1 के लिए सहमति व्यक्त की है. आरएनआईटीएस के अध्यक्ष के. बालाजी कृष्णन ने बताया कि सीधे शब्दों में कहें तो कन्वेयर बेल्ट में तीन कारों के बाद, एक स्लॉट खाली होगा जिससे एक कर्मचारी को अपना काम पूरा करने के लिए अगले वर्कस्टेशन पर जाने की जरूरत न पड़े. समाधान के रूप में कन्वेयर बेल्ट को धीमा करने के बारे में पूछे जाने पर मूर्ति, आरएनआईटीएस के महासचिव ने बताया, "इसमें पूरी उत्पादन प्रक्रिया में गति को बदलना और काम का दोबारा आवंटन शामिल होगा.
मूर्ति ने कहा कि मौजूदा समझौते के अनुसार प्रति घंटे उत्पादन 40 कारों प्रति घंटे से घटाकर 30 कार प्रति घंटा कर दिया जाएगा. मूर्ति ने कहा, 'हम इसे दो से पांच जून के बीच परीक्षण के आधार पर लागू करेंगे और इस मामले पर बाद में फैसला करेंगे. प्रबंधन ने परीक्षण अवधि के दौरान दुकान के फर्श पर अच्छे कर्मचारी उपस्थिति की मांग की थी, संघ ने श्रमिकों को राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा निर्धारित कोविड -19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश देने पर सहमति व्यक्त की. आरएनआईटीएस ने कैंटीन, हैंडवाश, बस बोर्डिंग और अन्य क्षेत्रों में सामाजिक दूरी बनाए रखने और श्रमिकों को हर समय मास्क पहनने के लिए कहने पर भी सहमति व्यक्त की.
दोनों पक्षों ने कारखाने में आयोजित शिविर में सभी पात्र श्रमिकों का टीकाकरण करने पर सहमति जताई है. संघ अपने सदस्यों के बीच टीकाकरण के फायदो के बारे में जागरूकता पैदा करने पर भी सहमत हुआ. जहां तक कोविड-19 से मरने वाले श्रमिकों के परिवारों को राहत राशि देने की बात है, उसपर बातचीत जारी है. यूनियन ने फैसला किया था कि कोविड-19 से मरने वाले कर्मचारी के परिवार को कर्मचारी के अंतिम आहरित वेतन के छह महीने के वेतन की कंपनी प्रबंधन की पेशकश अस्वीकार्य है. आरएनआईटीएस ने कंपनी से कोविड-19 से मरने वाले श्रमिकों के परिवार को वित्तीय सहायता बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने की मांग की है. मूर्ति के अनुसार, प्रबंधन ने कोविड -19 के कारण मरने वाले एक कार्यकर्ता के परिवार के सदस्य की अनुकंपा नियुक्ति और कोविड -19 बीमा राशि को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये करने पर सहमति व्यक्त की है.
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