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Coronavirus (Covid-19): लॉकडाउन में मारूति सुजूकी की एक भी गाड़ी नहीं बिकी, ऑटो इंडस्ट्री ने सरकार से की ये मांग

Coronavirus (Covid-19): मारूति सुजूकी इंडिया (Maruti Suzuki) ने अप्रैल 2020 में ओईएम की बिक्री सहित घरेलू बाजार में शून्य बिक्री की है. ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि सरकार के आदेशों के अनुपालन करने के लिए सभी उत्पादन सुविधाएं बंद कर दी गईं.

Updated on: 02 May 2020, 08:31 AM

नई दिल्ली:

Coronavirus (Covid-19): ऑटोमोबाइल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मारूति सुजूकी इंडिया (Maruti Suzuki) ने कहा कि देशव्यापी विस्तारित लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) के दौरान अप्रैल महीने में घरेलू बाजार में बिक्री (Auto Sales) शून्य रही. हालांकि, कंपनी 632 वाहनों के निर्यात में सफल रही है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि मारूति सुजूकी इंडिया ने अप्रैल 2020 में ओईएम की बिक्री सहित घरेलू बाजार में शून्य बिक्री की है. ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि सरकार के आदेशों के अनुपालन करने के लिए सभी उत्पादन सुविधाएं बंद कर दी गईं.

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उन्होंने कहा कि बंदरगाह का संचालन फिर से शुरू होने के बाद, हमने 632 इकाइयों का पहला निर्यात शिपमेंट, मुंद्रा बंदरगाह से किया है. हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि सुरक्षा के सभी दिशानिर्देशों का पालन हो रहा है या नहीं. कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए आवश्यक लॉकडाउन से वाणिज्य सेक्टर को एक बड़ा झटका लगा है, जिसमें शॉपिंग मॉल का अस्थायी बंद होना, विमानों की उड़ानों पर रोक, कारखानों को बंद करना आदि शामिल हैं.

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वाहन उद्योग की पूरी श्रृंखला को एक साथ संचालन की अनुमति दी जानी चाहिए: ऑटो उद्योग
वाहन उद्योग की तीन संस्थाओं सियाम (Society of Indian Automobile Manufacturers-SIAM), एक्मा (Automotive Component Manufacturers Association of India-ACMA) और फाडा (Federation of Automobile Dealers Associations-FADA) ने शुक्रवार को सरकार से कहा कि ऑटो उद्योग की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला को एक साथ संचालन की अनुमति दी जानी चाहिये। गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को एक संयुक्त ज्ञापन में सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री (सियाम), भारतीय ऑटोमोटिव कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एसीएमए) और फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) ने कहा कि अगर किसी एक खंड में परिचालन शुरू नहीं होता है, तो पूरी श्रृंखला चालू नहीं हो सकेगी.

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उद्योग संस्थाओं ने यह भी कहा कि क्षेत्र को प्रतिदिन 2,300 करोड़ रुपये की आय का नुकसान हो रहा है और इसलिए क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को जल्द शुरू करना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि भारत में ऑटोमोटिव उद्योग पहले ही पिछले 15 महीने से अधिक समय से मंदी का सामना कर रहा था और अब उसकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला पूर्ण अवरोध का सामना कर रही है. (इनपुट एजेंसी)