Auto: आप में से कई लोगों को अंग्रेजी पढ़ना अच्छा लगता होगा. आप यह भी जानतें है कि अंग्रेजी कई भाषाओं का मिश्रण है. अगर किसी शब्द का सही अर्थ जानना हो तो हमें उस शब्द के मूल शब्द का मतलब जानना जरूरी होता है. इसी कड़ी में क्या आप जानते हैं कि कार को कार ही क्यों कहते है. क्या आप जानना चाहते है कि कार का नामकरण कैसे हुआ. इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है. आज आपको बतायेंगे इस नामकरण की कहानी और कार के बदलाव की कहानी.
जब भी हम कार शब्द सुनते या लिखते है तो हम सबके मन में एक ही चित्र आता है कि एक चार पहियों वाला वाहन की. आपकी जानकारी के लिए बता दू कि सबसे पहले भाप से चलने वाला इंजन की मदद से कार चलाई जाती थी. इसकी शुरूआत 100 साल पहले हुई थी. बाद धीरे-धीरे टेक्नोलॉजी में बदलाव हुआ फिर डीजल से चलने वाले कार आये. फिर पेट्रोल से चलने वाले कार बनी. लगातार रिसर्च और डेवेलपमेंट के बाद अब जमाना इलेक्टिक वाहनों का हो गया है. ये प्रदूषण भी नहीं फैलाते. ये जलवायु परिर्वतन को रोकने मे सहायक होगी.
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जानकारी के मुताबिक कार शब्द की शुरआत लैटिन के शब्द कैरस या कैरम से हुई है. लेटिन में इस शब्द का अर्थ होता है पहियों वाला वाहन. दूसरी ओर व्हिक्ल शब्द का भी ओरिजिन लेटिन में हुआ है. जिसका अंग्रेजी और हिंदी में बदलाव होकर हिंदी में वाहन हो गया. दुनिया में सबसे पहले भाप से चलने वाले वाहन की शुरूआत चीन में हुई थी. जिसे जेसुइट मिशन के एक फ्लेमिश सदस्य फर्डिनेंड वर्बेस्ट द्वारा डिजाइन किया गया था. इसका आकार बहुत ही छोटा था. यह कार मात्र 26 इंच लंबा था.
भारत में इस साल ग्रटेर नोएडा में ओटो एक्पो का आयोजन किया था. इस साल रिकॉर्ड 6 से अधिक लोगों ने विजित किया था.
HIGHLIGHTS
- कार एक लैटिन शब्द है
- कार शब्द कैरस से बना है
- कैरस का अर्थ पहियों का वाहन