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इलेक्ट्रिक के साथ सौर ऊर्जा से चलेंगे ऑटो रिक्शा, दो मलयाली उद्यमी का दावा 

 एरोमल पद्मजयन और इविन गांसियस की स्टार्ट-अप कंपनी का नाम है ‘एटरनियम लोकोमोशन एंड नेविगेशन प्राइवेट लिमिटेड’ (Eternium Locomotion & Navigation Pvt ltd – ELON) है, जो कि तिरुवनंतपुरम में मौजूद है.

Updated on: 05 Apr 2022, 01:07 PM

highlights

  • मलयाली उद्यमी एरोमल पद्मजयन और इविन गांसियस नए तरह के वाहनों पर काम कर रहे
  • उन्होंने एक प्रोटोटाइप आटो रिक्शा भी बनाया जो सौर्य ऊर्जा से चल सकेगा

नई दिल्ली:

इन दिनों ईंधन की कीमतें आसमान छू रही है. इसके विकल्प के लिए लोग अब दूसरे साधन की ओर बढ़ रहे हैं. पेट्रोल और डीजल के अलावा अब लोग वैकल्पिक ऊर्जा की ओर बढ़ रहे हैं. इन सब के बीच इलेक्ट्रिक वाहन की डिमांड बढ़ती जा रही है. इस दौरान दो मलयाली उद्यमी  एरोमल पद्मजयन और इविन गांसियस,(Aromal Padmajayan & Lvin Gancius) लोगों की डिमांड को ध्यान में रखकर इलेक्ट्रिक वाहन के उत्पादन में लगे हुए हैं. वहीं उन्होंने एक प्रोटोटाइप आटो रिक्शा भी बनाया जो सौर्य ऊर्जा से चल सकेगा. एरोमल पद्मजयन और इविन गांसियस की स्टार्ट-अप कंपनी का नाम है ‘एटरनियम लोकोमोशन एंड नेविगेशन प्राइवेट लिमिटेड’ (Eternium Locomotion & Navigation Pvt ltd – ELON) है, जो कि तिरुवनंतपुरम में मौजूद है. उन्होंने एक हफ्ते पहले वाहन का प्रोटोटाइप लॉन्च किया था. वे इस क्षेत्र के बारे में बेहद उत्साहित हैं. इसके साथ सरकार की नीतियों और ईंधन की बढ़ती कीमतों के लिए आभार व्यक्त करते हैं. 

अपने दम पर शुरू किया प्रोजेक्ट

33 वर्षीय एरोमल, कोझीकोड के मूल निवासी हैं. इनकी आईटी कंपनी ने हाल ही में कैम्ब्रिज क्लीनटेक, यूके के लिए अपनी तरह का पहला वर्चुअल मैच—अप कन्वेंशन प्लेटफॉर्म तैयार किया है. वहीं कोल्लम के 41 वर्ष के इविन गैंसियस एक सीरियल एंटरप्रेन्योर हैं. उन्होंने कई बार सफलता और असफलता का स्वाद चखा है. जनवरी 2020 से ही दोनों अपने प्रोजेक्ट पर लगे हुए हैं. वे लगातार शोध करते रहे. अपने प्रोजेक्ट की शुरुआत में उन्होंने 15 लाख रुपये का फंड अपने दम पर जुटाया था.

 सौर ऊर्जा से बैट्री होगी चार्ज

इस मौके पर अरोमल का कहना है कि गेको का डिजाइन ‘रेट्रो’ ऑटोरिक्शा के तर्ज पर किया गया है. इसे उन्होंने आधुनिक रूप दिया है. इसका मूल स्वरूप देश में चलने वाले 80 और 90 के दशक के ऑटोरिक्शा का है. इसमें सबसे खास बात है ​कि जहां बैटरी को सामान्य पोर्ट का उपयोग करके चार्ज किया जा सकता है, वहीं सौर पैनल से भी रिचार्ज किया जा सकेगा है. जल्द ही इसका व्यवासाइक उत्पादन भी शुरू हो जाएगा.