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बाइक इंडस्‍ट्री को वृद्धि की उम्मीद पर किसान आंदोलन और बजट को लेकर सतर्क हैं कंपनियां

दुपहिया वाहन उद्योग को वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में एक अंकीय वृद्धि की उम्मीद है. होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसान आंदोलन और आगामी बजट को लेकर निकट भविष्य में कुछ अनिश्चितताएं भी हैं.

Updated on: 27 Dec 2020, 11:20 PM

दिल्ली:

दुपहिया वाहन उद्योग को वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में एक अंकीय वृद्धि की उम्मीद है. होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसान आंदोलन और आगामी बजट को लेकर निकट भविष्य में कुछ अनिश्चितताएं भी हैं. उद्योग को उम्मीद है कि पिछले साल के कम आधार प्रभाव और इस साल कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के खुलने के साथ ही छात्रों के लिये दुपहिया वाहनों की मांग बढ़ेगी.

एचएमएसआई के निदेशक (बिक्री और विपणन) यदविंदर सिंह गुलेरिया ने बताया, हमें बीएस-4 से बीएस-6 पर जाना था, जिसके कारण वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में बिक्री कम हुई और वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही के लिए उसका आधार प्रभाव रहा रहा. इसे देखते हुए हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में एक अंक वृद्धि होगी. वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि कंपनी को जनवरी-मार्च के दौरान दोपहिया उद्योग के लिए कैसी वृद्धि की उम्मीद है.

उन्होंने कहा कि चौथी तिमाही से बहुत अधिक उम्मीद नहीं हैं, क्योंकि किसान आंदोलन और बजट को लेकर कुछ अनिश्चितताएं हैं. इन दोनों बातों पर नजर रखनी होगी.

उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन से ग्रामीण बिक्री पर असर पड़ेगा, जहां मोटरसाइकिलों को मुख्य रूप से बेचा जाता है, जबकि उद्योग इस बात को लेकर भी चिंतित है कि कैसा बजट पेश किया जाएगा. गुलेरिया ने आगे कहा कि कर संग्रह को लेकर सरकार पर बहुत दबाव है और ऐसे में बजट को लेकर उद्योग सतर्क है.