नई पीढ़ी को अधिक दिनों तक पुरानी बातें बताकर राजनीति नहीं की जा सकती: यशवंत देशमुख

Hamar Bihar Conclave : बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर न्यूज नेशन पटना में 'हमार बिहार-प्रगति पथ पर' कॉन्क्लेव कर रहा है. इस दौरान चुनाव विशलेषक यशवंत देशमुख ने बिहार में होने वाले चुनाव को लेकर अपना मत रखा.

Hamar Bihar Conclave : बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर न्यूज नेशन पटना में 'हमार बिहार-प्रगति पथ पर' कॉन्क्लेव कर रहा है. इस दौरान चुनाव विशलेषक यशवंत देशमुख ने बिहार में होने वाले चुनाव को लेकर अपना मत रखा.

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Mohit Saxena
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yashwant deshmukh

yashwant deshmukh Photograph: (social media)

सी-वोटर के संस्थापक यशवंत देशमुख भी 'हमार बिहार-प्रगति पथ पर' कॉन्क्लेव भी में पहुंचे. कॉन्क्लेव में उनसे पूछा पूछा गया कि क्या ये चुनाव बाकी चुनाव से दिलचस्प होने वाला है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, बिहार का ऐसा कौन सा चुनाव पिछले आठ दशकों में ऐसा जो दिलचस्प नहीं रहा हो. ये बिहार है पूरे भारत के चुनाव एक ओर और बिहार का चुनाव एक तरफ. उन्होंने बताया कि इसकी वजह से यहां की राजनीति नहीं बल्कि यहां के लोग हैं.  उन्होंने कहा कि बिहार के सामान्य जन की राजनीतिक चेतना भी बहुत अलग है.

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आपको बिहार का आइडिया नहीं

यशवंत देशमुख ने कहा कि, कुछ समय पहले तमिलनाडु के कुछ नेताओं ने विचित्र सी टिप्पणियां की थीं. तब वे चेन्नई में था. उन्होंने कहा कि वहां एक चैनल के संपादक मिलने आए तो मैंने उनसे बातचीत के दौरान कहा कि ऐसे क्यों कहते हैं, क्या आपको बिहार का आइडिया है. उन्होंने कहा नहीं, तो मैंने कहा कि यही तो समस्या है. पटना में किसी को तमिलनाडु की राजनीति का आइडिया है. लेकिन आपको बिहार का आइडिया नहीं है. तो ये जगह ऐसी है  जहां अनंतकाल से जनसामान्य की राजनीतिक चेतना बहुत अलग है.यशवंत देशमुख ने कहा कि, नई पीढ़ी को ज्यादा दिनों तक पुरानी बातें बताकर या पीछे का दिखाकर आगे की राजनीति नहीं की जा सकती है.  

ये नई पीढ़ी को गवारा नहीं 

जेन-जी की समझ को लेकर यशवंत देशमुख ने कहा, 'मैं ये नहीं कह रहा हूं कि उसका असर नहीं है, याददाश्त नहीं है या सोच नहीं है. मगर किसी एक जंगल राज की ब्रांडिंग की वजह से उस नेतृत्व की अगली पीढ़ी को आप वही सजा दे ये नई पीढ़ी को गवारा नहीं है. उन्होंने कहा कि वो जजमेंटल नहीं हैं. वे जज नहीं करना चाहते जैसे क्या उत्तर प्रदेश में 2012 में अखिलेश यादव चुनाव लड़े थे तो कॉम्बिनेशन से क्या अलग था. लेकिन नई पीढ़ी 2012 में अखिलेश यादव के साथ जैसे जुड़ी उससे उन्हें बहुमत मिला. एमवाई के साथ उन्हें जो मत मिला वे युवाओं का था. 

सीएम के चेहरे के रूप में तेजस्वी यादव सबसे ऊपर- यशवंत देशमुख

सी-वोटर के संस्थापक यशवंत देशमुख ने सीएम के चेहरे पर कहा कि तेजस्वी यादव अभी भी पहले नंबर पर हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष का वोट बैंक 35 से 40 प्रतिशत होता है. इसमें तेजस्वी मुख्यमंत्री के रूप में एकमात्र चेहरा हैं. इस समय दूसरी साइड वाला वोट बैंक उसमें नामों की भरमार है. क्योंकि नीतीश जी से नाराजगी नहीं है. उन्होंने कहा कि ऊब है थकान है. ऊब और थकान में बहुत जमीन आसमान का अंतर होता है. 

एनडीए के एडवांटेज पर यशवंत ने बोले कि नीतिश की महिला सेंट्रिक नीति, पीएम मोदी का चेहरा दो एडवांटेज है. वहीं महागठबंधन का एडवांटेज के बारे में बात करते हुए यशवंत ने कहा कि तेजस्वी पिता की लेगेसी को आगे ले गए हैं. तेजस्वी यादव की राजनीति अब लालू यादव पर निर्भर नहीं है. उन्हें एमवाई प्लस लाना है. हर नेता की एक छवि होती है. मुस्लिम वोटर कही नहीं जाने वाले. अगर तेजस्वी यादव टिकट डिस्ट्रीब्यूशन सही करते हैं तो उन्हें बड़ी जीत हासिल हो सकती हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें ब्राहमण वोटर को लक्षित करना चाहिए. यह वर्ग सरकार से खफा है.

yashwant
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