लखनऊ कैंट उपचुनावः बीजेपी ने अपने पुराने सिपाही तो विपक्ष ने नए चेहरों पर लगाया दांव
समाजवादी पार्टी ने यहां से मेजर आशीष चतुर्वेदी, कांग्रेस ने दिलप्रीत सिंह और बहुजन समाज पार्टी ने अरुण द्विवेदी को टिकट दिया है.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के 11 विधानसभा सीटों (Assembly Seats) पर होने वाले उपचुनाव (Bypoll) में इस बार योगी सरकार की अग्नि परीक्षा है तो वहीं पीएम मोदी के 5 महीने के काम का भी आंकलन वोट के जरिए जनता करेगी. उपचुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे. इन 11 विधानसभा सीटों में से रामपुर की सीट सपा और जलालपुर की सीट बसपा के पास थी और बाकी सीटों पर बीजेपी का कब्जा था.
बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली लखनऊ की कैंट (Lucknow Cantt assembly) विधानसभा पर बीजेपी ने इस बार अपने तीन बार के विधायक सुरेश चंद्र तिवारी को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं, विपक्षी दलों ने इस बार नए चेहरों पर दांव लगाया है. समाजवादी पार्टी ने यहां से मेजर आशीष चतुर्वेदी, कांग्रेस ने दिलप्रीत सिंह और बहुजन समाज पार्टी ने अरुण द्विवेदी को टिकट दिया है.
2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव का हाल
पिछले विधानसभा चुनाव में कैंट (Lucknow Cantt assembly) विधानसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर रीता बहुगुणा जोशी ने जीत हासिल की थी. प्रयागराज से उनके सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई है. 2017 में रीता जोशी ने इस सीट पर मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव को हराया था.
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2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी को कुल 95402 वोट मिले थे, जबकि समाजवादी पार्टी की अपर्णा यादव को 61606 वोट मिले थे. लखनऊ कैंट (Lucknow Cantt assembly) विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,85,341 मतदाता हैं. इनमें से 2,09,870 पुरुष और 1,75,447 महिलाएं शामिल हैं.
विधानसभा चुनाव 2017 | उम्मीदवार | वोट | Votes % | दल |
2014 लोकसभा में मिले वोट
|
लखनऊ कैंट | डॉ रीता जोशी | 95,402 | 50.90% | बीजेपी | 118004 |
अपर्णा यादव | 61,606 | 32.90% | एसपी | 46042 | |
योगेश दीक्षित | 26,036 | 13.90% | बीएसपी | ---- | |
वीरेंद्र कुमार | 720 | 0.40% | रालोद | ---- |
जहां तक 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी के उम्मीदवार राजनाथ सिंह को इस क्षेत्र से 118004 वोट मिले थे. सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार को महज 46042 वोटों से संतोष करना पड़ा. अब इस उपचुनाव में जहां मोदी 2.0 सरकार के पिछले 5 महीने में किए गए कार्यों की जहां जनता वोटों की कसौटी पर कसेगी तो वहीं विपक्ष प्रदेश में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठा सकता है.
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बता दें यूपी में 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इनमें रामपुर, सहारनपुर की गंगोह, घोसी, अलीगढ़ की इगलास, लखनऊ कैंट (Lucknow Cantt assembly) , बाराबंकी की जैदपुर, चित्रकूट की मानिकपुर, बहराइच की बलहा, प्रतापगढ़, गोविंद नगर और अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट शामिल है. इन 11 विधानसभा सीटों में से रामपुर की सीट सपा और जलालपुर की सीट बसपा के पास थी और बाकी सीटों पर बीजेपी का कब्जा था.
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