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कोई एक व्‍यक्‍ति अजीत पवार को पार्टी से नहीं निकाल सकता, बोले शरद पवार

अजीत पवार को निकाले जाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शरद पवार ने कहा, यह ऐसी बात नहीं है, जिसके लिए कोई एक व्यक्ति फैसला लेगा.

Updated on: 25 Nov 2019, 12:56 PM

नई दिल्‍ली:

महाराष्‍ट्र में सियासी संग्राम को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार सुबह तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस बीच एनसीपी नेता शरद पवार का बड़ा बयान आया है. अजीत पवार को निकाले जाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शरद पवार ने कहा, यह ऐसी बात नहीं है, जिसके लिए कोई एक व्यक्ति फैसला लेगा. मामला सामने आने पर पूरी पार्टी यह फैसला लेगी. राकांपा प्रमुख शरद पवार ने यह भी कहा, यह एक तथ्य है कि बीजेपी के पास कभी बहुमत नहीं था और इसीलिए उन्होंने सरकार नहीं बनाई थी. उन्होंने शुरू में राज्यपाल को भी लिखा था कि उनके पास बहुमत नहीं है और इसलिए वह सरकार नहीं बनाएंगे.

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इससे पहले सोमवार साढ़े 10 बजे सुप्रीम कोर्ट में महाराष्‍ट्र में सियासी उठापटक की सुनवाई से पहले शरद पवार ने पूर्व मुख्‍यमंत्री शंकरराव चौहान की पुण्‍यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के बाद कहा, एनसीपी ने शिवसेना से ढाई-ढाई साल के लिए मुख्‍यमंत्री पद मांगा था. ढाई-ढाई साल के सीएम पद को लेकर शिवसेना से एनसीपी के मतभेद थे.

दूसरी ओर, शरद पवार से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था, बीजेपी शायद डिप्टी सीएम अजित पवार को ढाई सालों के लिए मुख्यमंत्री बना सकती है. संजय राउत ने ये भी बताया कि आज यानी सोमवार को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गर्वनर से मुलाकात करने भी जाएंगे.

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पवार का बयान ऐसे समय में आया है, जब राज्‍य की राजनीति में उथल-पुथल मची है. देवेंद्र फडणवीस की सरकार बन चुकी है और एनसीपी नेता अजीत पवार डिप्‍टी सीएम बन चुके हैं. एनसीपी अजीत पवार को विधायक दल का नेता पद से हटा चुकी है और सारा मामला सुप्रीम कोर्ट में है. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होने ही वाली है. इस बीच शरद पवार के बयान के तमाम मायने निकाले जा रहे हैं.