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महाराष्ट्र के सियासी दंगल का आखिरी दौर: शरद पवार के बयान से BJP की बल्‍ले-बल्‍ले, ठंडी पड़ी शिवसेना

बीजेपी (BJP) और शिवसेना के बीच दोनों पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए 9 नवंबर तक का वक्त है. यानी 9 नवंबर से पहले-पहले अगर महारष्ट्र में सरकार नहीं बनी तो वहां राष्ट्रपति शासन (Presidential rule) लागू हो जाएगा

Updated on: 07 Nov 2019, 09:09 AM

नई दिल्‍ली:

महाराष्ट्र (Maharashtra) में इस वक्त सभी की नजरें चुनाव नतीजों में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी बीजेपी के ऊपर टिकी हुईं है. वजह है बीजेपी (BJP) का अगले 48 घंटो में सरकार बनाने का ऐलान. इसी कड़ी में आज यानी गुरुवार को बीजेपी राज्यपाल से मुलाकात करेगी. वहीं शिवसेना (Shivsena) भी राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचेगी. दरअसल दोनों पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए 9 नवंबर तक का वक्त है. यानी 9 नवंबर से पहले-पहले अगर राज्य में सरकार नहीं बनी तो वहां राष्ट्रपति शासन (Presidential rule) लागू हो जाएगा.

बात करें महाराष्ट्र के मौजूदा हालातों की तो बीजेपी फिलहाल फ्रंट फूट पर दिखाई दे रही है. दरअसल सरकार बनाने को लेकर 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी शिवसेना अब तक एनसीपी के भरोसे बीजेपी पर ताबड़तोड़ हमले कर रही थी. पार्टी नेता संजय राउत के तंज भरे बयानों और पार्टी के आत्मविश्वास से लोगों को यही संकेत मिल रहे थे कि एनसीपी और शिवसेना के बीच बात लगभग पक्की हो चुकी है. लेकिन बुधवार को एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मिले झटके बाद पार्टी का उत्साह एक दम ठंडा पड़ चुका है. दरअसल शिवसेना पिछले काफी दिनों से एनसीपी के संपर्क में थी. माना जा रहा था कि शिवसेना ने एनसीपी को सरकार बनाने के लिए ऑफर दिया था. खबर तो ये भी थी कि एनसीपी शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए मान गई है और कांग्रेस इस गठबंधन को बाहर से समर्थन देगी. लेकिन इन सब के बीच शिवसेना को झटका तब लगा जब शरद पवार ने कहा कि उन्हें शिवसेना की तरफ से सरकार बनाने के लिए कोई ऑफर नहीं मिला है. इतना ही नहीं एनसीपी चीफ ने तो शिवसेना को नसीहत भी दे डाली कि उसे जल्द से जल्द बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना लेनी चाहिए.

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एनसीपी चीफ के यूं पल्ला झाड़ लेने से शिवसेना हकबकाई नजर आ रही है. पार्टी का उत्साह किस कदर कम हो गया है इस बात का अंदाजा शिवसेना नेता संजय राउत के हालिया बयान से लगाया जा सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक संजय राउत ने हाल ही में कहा है कि उनके पास (BJP) अगर 145 का आंकड़ा है और अगर सरकार बनती है तो हमें खुशी होगी. हालांकि इस दौरान उन्होंने ये भी कहा है कि उन्हें अभी तक बीजेपी की तरफ से कोई फोन नहीं आया है.

शिवसेना को विधायकों के टूटने का डर

वहीं दूसरी तरफ शिवसेना को अब अपने विधायकों के टूटने का डर सता रहा है. यही वजह है कि शिवसेना ने आज यानी गुरुवार दोपहर 12 बजे विधायकों की बैठक बुलाई है. इस बैठक के जरिए पार्टी एकजुटता दिखाने की कोशिश करेगी. सूत्रों की मानें तो बैठक के बाद शिवसेना अपने विधायकों को फाइव स्टार होटल में ठहरा सकती है.

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उत्साह से भरी बीजेपी, करेगी राज्यपाल से मुलाकात

एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बयान के बाद बजेपी का उत्साह कई गुना ज्यादा बढ़ गया है. यही वजह है कि उनसे अगले 48 घंटों में सरकार बनाने का ऐलान कर दिया है. इस बीच पार्टी आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेगी. माना जा रहा है कि इस दौरान सीएम देवेंद्र फडणवीस सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं.

गौरतलब है कि हालिया विधानसभा चुनाव में 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को सर्वाधिक 105 सीटों पर जीत मिली. शिवसेना 56, एनसीरी 54 और कांग्रेस 44 सीटों पर विजयी रही.