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महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बना सकती है NCP, बाहर से समर्थन दे सकती है कांग्रेस

सोमवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर लंबी चर्चा हुई

Updated on: 05 Nov 2019, 09:23 AM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 10 दिन से ज्यादा बीच चुके हैं लेकिन सरकार बनाने को लेकर जारी घमासान अब भी जारी है. एक तरफ जहां बीजेपी शिवसेना 50-50 फॉर्मूले को लेकर अपने स्टैंड पर कायम है तो वहीं कांग्रेस-एनसीपी शिवसेना को समर्थन देने को लेकर असमंजस में दिखाई दे रही है. हालांकि इस बीच खबर आ रही है कि महाराष्ट्र में एनसीपी शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बना सकती है और कांग्रेस बाहर से समर्थन दे सकती है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर लंबी चर्चा हुई. पार्टी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एनसीपी शिवसेना के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने के लिए तैयार है. कांग्रेस उन्हें बाहर से समर्थन देगी. उन्होने कहा, हमने सरकार बनाने के लिए वही फॉर्मूला तय किया है जो बीजेपी-शिवसेना ने 1995 में तय किया था. इस रिपोर्ट के मुताबिक बताया ये भी जा रहा है कि कांग्रेस के ही एक नेता को विधानसभा में स्पीकर बनाया जा सकता है. एनसीपी नेता ने ये भी बताया है कि इस गठबंधन में मुख्यमंत्री शिवसेना से उप मुख्यमंत्री एनसीपी से हो सकता है.

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बता दें, इससे पहले सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद शरद पवार ने ये कह दिया कि ' हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है. हमारे पास संख्या नहीं है. बीजेपी और उसकी सहयोगी शिवसेना के पास संख्या है. सरकार बनाने की जिम्मेदारी उनकी है.' सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. शरद पवार ने कहा, 'ज्यादा कहने को नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया जी से मिला. मुलाकात के दौरान एके एंटनी भी थे. मैंने उन्हें महाराष्ट्र के बारे में जानकारी दी. हमने देखा है कि शिवसेना ने बीजेपी के खिलाफ एक कठोर स्टैंड लिया है वो कह रहे हैं कि उनके नेतृत्व में सरकार बनेगी. हालांकि ये उनका आंतरिक मामला है.'

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इसके साथ ही शरद पवार ने कहा कि हमने फिर से मिलने का तय किया है. उन्होंने कहा कि वह जल्द ही सोनिया से फिर मुलाकात करेंगे और उनसे राज्य के राजनीतिक हालात के बारे में चर्चा करेंगे.यह पूछे जाने पर कि क्या वह एक बार फिर से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं तो उन्होंने कहा, ‘नहीं.'

राज्य में जनता का मूड बीजेपी के खिलाफ है. हमारे पास संख्या नहीं है. हमें विपक्ष में बैठने का मौका मिला है. लेकिन आगे क्या होगा इसके बारे में कुछ कह नहीं सकते हैं. शरद पवार ने आगे कहा, 'संजय राउत मुझसे मिलते रहते हैं. सरकार के गठन पर किसी से बात नहीं हुई. उद्धव ठाकरे से मेरी कोई मुलाकात नहीं हुई है. जिसे जनादेश मिला है उसे शीघ्र सरकार बनानी चाहिए.'