logo-image

महाराष्ट्र में BJP बड़े भाई और शिवसेना छोटे भाई की भूमिका में, सीट शेयरिंग का फार्मूला घोषित

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) को लेकर बीजेपी (BJP) और शिवसेना (ShivSena) ने शुक्रवार को सीट शेयरिंग को लेकर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.

Updated on: 04 Oct 2019, 07:27 PM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) को लेकर बीजेपी (BJP) और शिवसेना (ShivSena) ने शुक्रवार को सीट शेयरिंग को लेकर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इस दौरान महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने संयुक्त रूप से शीट शेयरिंग के बारे में ऐलान किया है. 

यह भी पढ़ेंः वायुसेना प्रमुख भदौरिया बोले- भारतीय आसमान में पहला राफेल 2020 में दिखेगा फिर...

महाराष्ट्र में बीजेपी (BJP) 150 और शिवसेना (Shivsena) 124 सीटों पर चुनाव लड़ेगी तो वहीं, गठबंधन के अन्य दलों के लिए 14 सीटें छोड़ दी गई हैं. शिवसेना प्रमुख शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी और शिवसेना हिन्दुत्व के धागे जुड़ी है. शीट शेयरिंग पर फैसला पहले ही हो चुका है. इस प्रेसवार्ता में आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) भी मौजूद थे. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पहले ही उन्हें भारी मतों से जीत के लिए बधाई दी है.  

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमलोग पार्टी से नाराज लोगों को मना लेंगे. आने वाले दिनों में हम सभी बागी उम्मीदवारों को वापस लेने के लिए कहेंगे और यह महागठबंधन के प्रत्येक दल के बागी उम्मीदवारों के साथ किया जाएगा. अगर वे इसका अनुपालन नहीं करते हैं तो उन्हें किसी भी पद पर कोई स्थान नहीं मिलेगा. उन्होंने आगे कहा, महाराष्ट्र को सूखा मुक्त करना मेरा सपना है.

यह भी पढ़ेंः अयोध्या विवादः सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की डेडलाइन घटाई, अब 17 अक्टूबर तक पूरी करें जिरह 

देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा, चुनाव में आदित्य ठाकरे का स्वागत है. मुझे विश्वास है कि आदित्य ठाकरे चुनाव में बहुत बड़े अंतर से जीतेंगे और हम उन्हें विधानसभा में देखेंगे. मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने साफ जवाब नहीं दिया है. उन्होंने कहा, गठबंधन के लिए सभी को समझौता करना पड़ता है. शिवसेना-बीजेपी के बीच सीट बंटवारे का मुद्दा सुलझ गया है. 

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आदित्य ठाकरे के सीएम बनने की मांग पर कहा, राजनीति में पहला कदम यह नहीं है कि आपको इस राज्य का मुख्यमंत्री बनना है. उन्होंने सिर्फ राजनीति में प्रवेश किया है, यह सिर्फ शुरुआत है.