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आर्टिकल-370 हटाने का विरोध क्यों किया, कांग्रेस-एनसीपी नेताओं से ये सवाल जरूर करना: अमित शाह

महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) के लिए गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सांगली के बाद तुलजापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है.

Updated on: 10 Oct 2019, 05:36 PM

नई दिल्ली:

महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) के लिए गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सांगली के बाद तुलजापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा, जब महाराष्ट्र का चुनाव शुरू हो चुका है, दो खेमों में पार्टियां बंट चुकी हैं. महाराष्ट्र में एक ऐसी पार्टी है जो अपने परिवार को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है तो दूसरी तरफ ऐसी पार्टी है जो राष्ट्र को सुरक्षित और बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है. चयन महाराष्ट्र की जनता को करना है.

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अमित शाह ने आगे कहा, स्वराज के संस्कारों की जो नींव छत्रपति शिवाजी महाराज ने डाली थी, उसी रास्ते पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ रहे हैं. दूसरी बार पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को राज्यसभा में संसद के पहले सत्र के दौरान जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का प्रस्ताव लाया है.

गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, पाकिस्तान के आतंकवाद ने कश्मीर को तबाह कर दिया था और राज्य के 40,000 से अधिक लोगों को मार डाला था. पीएम मोदी ने यह सुनिश्चित किया कि भारत का ताज मुख्यधारा में शामिल हो और भारतीय संघ का अभिन्न अंग बन जाए. अनुच्छेद 370 को हटाने का प्रस्ताव हमारी सरकार लाई तो कांग्रेस और एनसीपी ने इस प्रस्ताव का विरोध किया. जब कांग्रेस-एनसीपी वाले आपसे वोट मांगने आएं तो उनसे पूछिएगा कि उन्होंने 370 हटाने का विरोध क्यों किया?. क्या देश की सुरक्षा उनके लिए कोई मायने नहीं रखती?.

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उन्होंने आगे कहा, राहुल गांधी और पाकिस्तान के लोग सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत चाहते हैं. राहुल गांधी भी पाकिस्तान की तरह ही धारा 370 और 35A के हनन का विरोध करते हैं. मैं यह नहीं समझ सकता कि उनके पास हर मुद्दे पर समान स्वर कैसे हैं. जब से महाराष्ट्र का गठन हुआ, यह खेती, दूध उत्पादन, उद्योग और निवेश को आकर्षित करने में नंबर 1 था. 15 वर्षों में कांग्रेस और एनसीपी सरकार ने महाराष्ट्र को नंबर 1 से लाकर नंबर 15 या 16 पर खड़ा कर दिया था.

शाह ने आगे कहा, हम विपक्ष में थे, इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी, भारत और पाकिस्तान का युद्ध हुआ और हमारी सेना को विजय प्राप्त हुई. अटल बिहारी वाजपेयी जी ने देश की संसद में इंदिरा जी की भूरि-भूरि प्रशंसा की थी, क्योंकि सवाल देश का था पार्टी का नहीं. मोदी जी और देवेंद्र जी के डबल डेकर सरकार ने महाराष्ट्र के विकास का एक नया रास्ता दिखाया है. मैं एनसीपी के शरद पवार और कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं कि आपने राज्य में 15 साल और केंद्र में 10 साल के शासन के दौरान क्या किया है?.

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उन्होंने आगे कहा, 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस की केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र को मात्र 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन जब आपने मोदी जी और देवेंद्र फडणवीस जी की सरकार बनाई तो मोदी जी ने 2 लाख 86 हजार 356 करोड़ रुपया महाराष्ट्र के विकास के लिए दिया. इस बार महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना की सरकार बनी तो मां तुलजा भवानी के मंदिर को वैश्विक स्तर का पर्यटन स्थल बनाया जाएगा. मां तुलजा सिर्फ महाराष्ट्र के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्थान है, जहां से शिवाजी महाराज ने स्वराज की शुरुआत की थी.