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केजरीवाल के निर्वाचन क्षेत्र के 11 उम्मीदवारों की याचिका पर सुनवाई को हाईकोर्ट सहमत

दिल्ली हाईकोर्ट नई दिल्ली विधानसभा के लिए नामांकन करने से रोके गए 11 उम्मीदवारों की याचिका पर सुनवाई को सहमत हो गया है.

Updated on: 27 Jan 2020, 03:09 PM

highlights

  • दिल्ली हाई कोर्ट नामांकन करने से रोके गए 11 उम्मीदवारों की याचिका पर सुनवाई करेगा.
  • गलत, अवैध, मनमाने ढंग से और असंवैधानिक तरीकों से खारिज किया गया नामांकन.
  • चुनाव में कुछ दिन बाकी और हर दिन चुनावी जंग रोचक होती जा रही है.

नई दिल्ली:

दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) नई दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly Elections 2020) के लिए नामांकन करने से रोके गए 11 उम्मीदवारों की याचिका पर सुनवाई को सहमत हो गया है. इस सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) चुनाव लड़ रहे हैं. कोर्ट इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा. यह मामला मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल की अध्यक्षता वाली हाईकोर्ट की पीठ के समक्ष पेश किया गया. पीठ में एक अन्य सदस्य न्यायमूर्ति सी हरिशंकर भी हैं. अधिवक्ता विप्लव शर्मा द्वारा दायर याचिका में संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश बनाने और भारत के हर वर्ग के समाज के सभी उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने की सुविधा प्रदान करने का निर्देश देने की मांग की गई है.

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गलत तरीके से नामांकन खारिज करने का आरोप
याचिकाकर्ता ने कहा है कि उनके नामांकन पत्रों को गलत, अवैध, मनमाने ढंग से और असंवैधानिक तरीकों से खारिज कर दिया गया और इसलिए उन्हें अवैध तथा असंवैधानिक तरीकों से उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया गया. याचिका के अनुसार कथित याचिकाकर्ताओं ने सवाल किया तो चुनाव अधिकारी ने न सिर्फ उसकी अवहेलना की, बल्कि वहां तैनात पुलिसबल की धमकी भी दी. आयोग के मुताबिक इस बार 2 करोड़ की जनसंख्या वाली दिल्ली में 1.47 करोड़ वोटर हैं. हर 1,000 पुरुष वोटर की तुलना में 824 महिला वोटर हैं.

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इस बार सबसे कम उम्मीदवार
गौरतलब है कि दिल्ली में 2020 विधानसभा चुनाव में कुछ दिन बाकी रह गए हैं और हर दिन यह चुनावी जंग रोचक होती जा रही है. इस बार 668 उम्मीदवार राजधानी दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. गौर करने वाली बात है कि 1993 में दोबारा विधानसभा बनने के बाद पहली बार दिल्ली में चुनाव हुए थे. तब से पहली बार 2020 में दिल्ली में सबसे कम उम्मीदवार विधानसभा चुनावों में उतरे हैं. 1993 में हुए चुनावों में रेकॉर्ड 1,316 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, लेकिन इसके बाद चुनावों में यह संख्या घटती चली गई.

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मैदान में कुल 668 उम्मीदवार
दिल्ली चुनाव आयोग को इस साल नामांकन के आखिरी दिन 21 जनवरी तक कुल 1,029 उम्मीदवारों के 1,528 नामांकन मिले. बता दें कि एक उम्मीदवार 4 आवेदन तक भर सकता है. 22 और 23 जनवरी को दस्तावेजों की जांच के बाद चुनाव आयोग ने सिर्फ 698 नामांकनों को चुनाव लड़ने लायक पाया. शुक्रवार को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी और 30 उम्मीदवारों के नाम वापस लेने के बाद मैदान में अब कुल 668 उम्मीदवार ही बचे हैं. तीन सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टियां आप, बीजेपी और कांग्रेस ने 24 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है. कांग्रेस ने 11, आप ने 8 और बीजेपी ने 2020 विधानसभा चुनाव में कुल 5 महिला उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा है.