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Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली में आचार संहिता लागू, 8 फरवरी को होगा मतदान

दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त हो रही है. चुनाव आयोग 6 जनवरी सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव के तारीख के ऐलान किया.

Updated on: 06 Jan 2020, 04:12 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त हो रही है. चुनाव आयोग 6 जनवरी सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव के तारीख के ऐलान किया. चुनावों के तारीख के ऐलान के बाद दिल्ली में आचार संहिता लागू हो जाएगी. अर्थात दिल्ली में अब कोई विकास कार्य नहीं किया जाएगा. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान होगा. वहीं मतगणना 11 फरवरी को होगी. दिल्ली के 1.47 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे. वर्तमान में आम आदमी पार्टी की सरकार है. 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीतकर इतिहास रचा था, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने सिर्फ तीन सीटें हासिल की थीं तो 15 सालों तक दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस शून्य पर सिमट गई थी.

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दिल्ली चुनाव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों उसने वोटरों की एक लिस्ट घोषित की थी. यह भी कहा था कि फाइनल लिस्ट में बदलाव हो सकता है. क्योंकि उसके चलाए अभियान और वेबसाइट पर आए आवेदनों के बाद राजधानी में वोटरों की संख्या 1 करोड़, 45 लाख, 72 हजार, 385 हो गई है. लोकसभा चुनाव के समय दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1 करोड़, 43 लाख, 16 हजार, 453 थी. इस लिस्ट में पुरुष वोटरों की संख्या करीब 79.73 लाख व महिला वोटरों की संख्या लगभग 65.73 लाख है. जबकि ट्रांसजेंडर वोटरों की संख्या 700 के आसपास है.

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पिछले विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में वोट फीसद कम हो गया था. इस बार मतदान बढ़ाने के लिए कई तरह के कदम उठाए गए हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान फीसद बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. ऐसे मतदान केंद्र व विधानसभा क्षेत्र जहां मतदान फीसद कम रहा था, वहां अधिक ध्यान देंगे. उन इलाकों में नुक्कड़ नाटक, वॉलेंटियर व बीएलओ (बूथ लेवल अफसर) भेजकर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा. सुनील अरोड़ा ने बताया कि 13750 पोलिंग बूथ पर 1.46 करोड़ जनता वोट डालेगी. उन्होंने बताया कि पोलिंग बूथ पर आने के लिए पिकअप-ड्रॉप की सुविधा मिलेगी. साथ ही बताया कि चुनाव में 90 हजार कर्मचारियों जरूरत की होगी.

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चुनाव आयोग ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि 58 समान्य सीट है, जबकि 12 एससी सीटें हैं. 2689 जगहों पर वोट डाले जाएंगे. विधानसभा चुनाव में हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक मतदान केंद्र मॉडल होगा. इस बार 2,689 मतदान स्थलों पर 13,750 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. बीते विधानसभा चुनाव में मतदान स्थलों की संख्या 2,530 थी, जबकि लोकसभा चुनाव में 2,700 थी.