यूक्रेन से बाहर निकल रहे भारतीय छात्र, रोमानिया होकर आएंगे भारत; आज दिल्ली-मुंबई से उड़ेंगे विशेष विमान
यूक्रेन से भारतीय छात्रों का पहला दल रोमानिया के लिए रवाना हो गया है. ये छात्र सबसे पहले चेरनिव्त्सी में इकट्ठे हुए, फिर वहां से इन्हें रोमानिया भेज दिया गया है. इन्हें वापस लाने के लिए आज रात...
highlights
- यूक्रेन से बाहर निकला छात्रों का दल
- रोमानिया के रास्ते लाए जाएंगे भारत
- आज रात भारत से रोमानिया के लिए जा रहे दो विशेष विमान
चेरनिव्त्सी:
यूक्रेन-रूस की जंग में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने प्रयास तेज कर दिये हैं. भारत सरकार के विदेश मामलों के मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने यूक्रेन के पश्चिमी राज्यों चेरनिव्त्सी (Chernivtsi ) और ल्वीव (Lviv) में सेंटर बनाकर छात्रों को बाहर निकालने में जुट गया है. जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन से भारतीय छात्रों का पहला दल रोमानिया के लिए रवाना हो गया है. ये छात्र सबसे पहले चेरनिव्त्सी (Chernivtsi ) में इकट्ठे हुए, फिर वहां से इन्हें रोमानिया (Romania) भेज दिया गया है. इन्हें वापस लाने के लिए आज रात 9 बजे दिल्ली से और रात 10.30 बजे मुंबई से दो विशेष विमान रोमानिया पहुंचेंगे और उन्हें वहां से लेकर हिंदुस्तान वापस आ जाएंगे.
भारत सरकार के विदेश मामलों के मंत्रालय (MEA) ने ल्वीव में हेल्पडेस्क बनाया है और ल्वीव के साथ चेरनिव्त्सी (Chernivtsi ) को केंद्र बनाकर अपने नागरिकों को रोमानिया के रास्ते निकालने की कोशिश कर रहा है. बता दें कि यूक्रेन का एयर स्पेस बंद होने और पूरे यूक्रेन में भारी युद्ध के चलते वहां रहने वाले विदेशी लोगों को पड़ोसी देशों के रास्ते अपनी जान बचानी पड़ रही है. भारत ने भी इसमें यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों की मदद से ये अभियान चलाया है. गौरतलब है कि ल्वीव पश्चिमी यूक्रेन का सबसे बड़ा शहर है और कुल मिलाकर यूक्रेन का सातवां सबसे बड़ा शहर है. ल्वीव यूक्रेन के मुख्य सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है. इस इलाके में सबसे कम रूसी मूल के लोग रहते हैं.
EAM Dr S Jaishankar speaks to Ukrainian FM Dmytro Kuleba
He shared his assessment of current situation. I emphasised that India supports diplomacy & dialogue as the way out. Discussed predicament of Indians, incl students. Appreciate his support for their safe return, EAM says. pic.twitter.com/IGziEHhYDQ
इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM- Dr S JaiShankar) ने कहा कि उनकी यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फोन पर बातचीत हुई है. उन्होंने बताया कि दिमित्रो कुलेबा ने उन्हें यूक्रेन संकट और मौजूदा हालात के बारे में ब्रीफ किया है. उन्होंने कहा कि भारत ने उन्हें बताया है कि इस मामले का हल डिप्लोमेसी और बातचीत से ही निकल सकता है. उन्होंने कहा कि हमारे बीच भारतीयों को यूक्रेन से निकालने को लेकर भी चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि यूक्रेन इस मामले में काफी मदद कर रहा है.