.

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा अरुणाचल प्रदेश के युवक की किडनैपिंग का मामला, चीन ने कही ये बात

Arunachal Pradesh का 17 वर्षीय युवक के अपहरण का मामला अब अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियां बटोर रहा है. आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के अपहरण का आरोप लगाने के बाद गुरुवार को चीन ने मामले से पल्ला झाड़ लिया है. चीन के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि

News Nation Bureau
| Edited By :
20 Jan 2022, 09:56:07 PM (IST)

highlights

  • Arunachal Pradesh का 17 वर्षीय युवक हो गया था गायब
  • चीन के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा  की घटना उसके संज्ञान में नहीं है
  • अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय प्रशासन ने 17 वर्षीय युवक के अपहरण का लगाया था आरोप

नई दिल्ली :

Arunachal Pradesh का 17 वर्षीय युवक के अपहरण का मामला अब अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियां बटोर रहा है. आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के अपहरण का आरोप लगाने के बाद गुरुवार को चीन ने मामले से पल्ला झाड़ लिया है.  चीन के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे उस घटना की जानकारी नहीं है.  हालाकि चीन ने सफाई देते हुए कहा है कि पीएलए सीमाओं को नियंत्रित करती है और अवैध प्रवेश और निकास गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करती है. अब चीन और भारत के विदेश मामलों के अधिकारियों की बात हो रही है. इसके बाद ही मामले से पर्दा उठ सकेगा. हालाकि बताया जा रहा है 17 वर्षीय युवक अभी भी चीनी आर्मी के  कब्जे में है.

यह भी पढ़ें : PM Kisan: अब इस दिन तक क्रेडिट होगी बची हुई दसवीं किस्त, सरकार ने किया स्पष्ट

आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश से सांसद तापिर गाओ ने बुधवार को कहा था कि पीएलए ने राज्य में भारतीय क्षेत्र के अपर सियांग जिले से 17 वर्षीय एक किशोर का अपहरण कर लिया है. गाओ ने कहा था कि अपहृत किशोर की पहचान मिराम तरोन के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि चीनी सेना ने सियुंगला क्षेत्र के लुंगता जोर इलाके से किशोर का अपहरण किया. उन्होंने मीडिया को बताया था कि पीएलए से बचकर भागने में कामयाब रहे तरोन के मित्र जॉनी यइयिंग ने स्थानीय अधिकारियों को अपहरण के बारे में जानकारी दी. पीएलए द्वारा तरोन के अपहरण के आरोप पर उनकी प्रतिक्रिया पूछे जाने पर यहां चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, मुझे स्थिति की जानकारी नहीं है.

आपको बता दें कि चीनी विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया तब आई जब भारतीय सेना ने पीएलए से लापता किशोर का पता लगाने और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे वापस करने के लिए सहायता मांगी. रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि जब भारतीय सेना को तरोन के बारे में जानकारी मिली तो उसने हॉटलाइन के स्थापित तंत्र के माध्यम से तुरंत पीएलए से संपर्क किया और बताया कि एक व्यक्ति, जो जड़ी-बूटी इकट्ठा कर रहा था, अपना रास्ता भटक गया था और उसे ढूंढा नहीं जा सका है. हालाकि अभी तक युवक का ठोस पता नहीं चल सका है.