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चीन के शंघाई में कोरोना से लॉकडाउन, अपार्टमेंट की बालकनी से चिल्लाते लोग 

शंघाई में फैले कोरोना के मामलों को देखते हुए यहां पर कड़ा लॉकडाउन लगाया गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें लोगों को स्थानीय अधिकारियों से लड़ते देखा गया है.

News Nation Bureau
| Edited By :
11 Apr 2022, 06:31:39 PM (IST)

highlights

  • शंघाई में ओमिक्रॉन का बीए2 संस्करण तेजी से फैल रहा है
  • डॉ एरिक फीगल-डिंग ने शंघाई के कुछ वीडियो ट्वीट किए हैं

नई दिल्ली:

चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में फैले कोरोना के मामलों को देखते हुए यहां पर कड़ा लॉकडाउन लगाया गया है. इस बीच सख्त लॉकडाउन से नाराज लोगों के वीडियो सामने आए  हैं, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. गौरतलब है कि शंघाई में ओमिक्रॉन का बीए2 संस्करण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में यहां पर सख्त लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें लोगों को स्थानीय अधिकारियों से लड़ते देखा गया है. लोग चेतावनी दे रहे है कि इतने सख्त लॉकडाउन के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. 

चीन ने अपने सख्त कोविड नीति के तहत संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पांच अप्रैल से  ही शंघाई को पूरी तरह से बंद कर दिया है. शहर के 26 करोड़ लोग अपने घरों में कैद हैं. अमेरिका के रहने वाले जाने-माने स्वास्थ्य वैज्ञानिक डॉ एरिक फीगल-डिंग ने शंघाई के कुछ वीडियो ट्वीट किए हैं. उन्होंने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि अपार्टमेंट से चीन के लोग स्थानीय बोली में चिल्ला रहे हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, लॉकडाउन के सातवें दिन शंघाई  के निवासी अपने अपार्टमेंट्स की बालकनी से चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे. चिल्लाने वाले एक शख्स का कहना है कि बहुत सी दिक्कतें होने वाली हैं. वे कहता है कि लोगों को अधिक दिन तक रोककर नहीं रखा जा सकता. इससे मुश्किले चरम पर पहुंच जाएंगी. 

 

7) Of course, Chinese govt doesn’t condone balcony singing or & protesting. And of course, a govt drone appears: “Please comply with COVID rules. **Control your soul’s desire for freedom**. Do not open window to sing.” ➡️yes the drone actually said that.pic.twitter.com/LSGOY9vQbz

— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) April 10, 2022

डॉ एरिक ने अपने एक ट्वीट में आगे लिखा कि लोगों को गुस्सा बाहर आ रहा है. उन्होंने वीडियो की सत्यता की पुष्टि करते हुए लिखा, वीडियो पूरी तरह से सत्यापित है. शंघानी एक स्थानीय बोली है, चीन की 13 अरब आबादी में से केवल 14 करोड़ चीनी ही बोलते हैं. वे इस भाषा  को जानते हैं क्योंकि उनकी पैदाइश वहीं हुई थी. शंघाई में घरों में कैद लोगों के पास खाने-पीने के सामानों की भारी कमी देखी गई है. कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें लोग सब्जियों को कम खर्च करते हुए दिखाई दिए. शंघाई में रविवार को 25 हजार कोविड संक्रमण के मामले सामने आए. विश्व के अन्य शहरों की तुलना में ये मामले काफी कम हैं. मगर चीन के हिसाब से देखें तो, 2019 में वुहान से कोरोना फैलने के बाद चीन अब तक के सबसे भयावह कोविड संक्रमण से जूझ रहा है.