पश्चिमी देशों की बयानबाजी पर रूस ने दिया जवाब, परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से किया इनकार
रूस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एलेक्सी जैतसेव ने संवाददाताओं से कहा कि, रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर पश्चिमी देशों के अधिकारी सार्वजनिक रूप से बयानबाजी कर रहे हैं.
नई दिल्ली:
यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के दौरान परमाणु हथियारों (Nuclear Weapons) के इस्तेमाल की संभावना को रूस ने खारिज कर दिया है. रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एलेक्सी जैतसेव ने इस बात की जानकारी दी. फॉरेन मिनिस्ट्री की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में कहा गया कि, यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई को लेकर पश्चिमी देश न्यूक्लियर वॉर की चर्चा करने लगे हैं लेकिन ऐसा कहना गलत है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एलेक्सी जैतसेव ने संवाददाताओं से कहा कि, रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर पश्चिमी देशों के अधिकारी सार्वजनिक रूप से बयानबाजी कर रहे हैं. यह पूरी तरह से गलत है क्योंकि यूक्रेन के खिलाफ मॉस्को की कार्रवाई एक विशेष सैन्य अभियान है.
दरअसल यूक्रेन के साथ जारी सैन्य संघर्ष के बीच रूस की सेना ने परमाणु हमले का अभ्यास किया था. कलिनिनग्राद में रूसी सेना ने परमाणु सक्ष मिसाइल हमले का अभ्यास किया. कलिनिनग्राद बाल्टिक सागर के किनारे पर स्थित रूस का अहम सैन्य अड्डा है और यहां पर न्यूक्लियर मिसाइल के हमले के अभ्यास से पूरा यूरोप खतरा महसूस कर रहा है.
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अमेरिकी एजेंसी सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने 14 अप्रैल को कहा कि यूक्रेन में रूस को जो झटके लगे हैं, उसे देखते हुए, सामरिक परमाणु हथियारों या कम-उपज वाले परमाणु हथियारों के संभावित खतरे को हल्के में नहीं ले सकता है. वहीं जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने भी कहा है कि दुनिया के नेताओं को रूस के परमाणु हथियारों के विस्तार के खतरों को लेकर सतर्क रहना चाहिए.
उधर यूक्रेन को अमेरिका और नाटो से मिल रही सैन्य मदद से रूस भड़क हुआ है. रूस के विदेश मंत्री ने सर्गेई लावरोव ने चेतावनी देते हुए कहा था कि, परमाणु युद्ध का जोखिम अभी भी बना हुआ है. बता दें कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था और अभी तक दोनों देशों के बीच यह जंग जारी है.