PM नरेंद्र मोदी कर रहे हाई लेवल मीटिंग, यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लेकर विशेष विमान दिल्ली पहुंचा
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हर छात्र को वापस लाया जा रहा है, पीएम मोदी खुद स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हमने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में टीमें भेजी हैं.
नई दिल्ली:
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर आज यानि रविवार को एक विशेष विमान दिल्ली हवाईअड्डे पर पहुंचा. स्वदेश पहुंचने के बाद छात्रों के चेहरे पर खुशी देखी गयी. छात्रों ने यहां पर अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि, "हम रोमानिया से आए और वहां के लोगों ने हमारे लिए घर का बना खाना बनाया. जब तक हमने यूक्रेन को नहीं छोड़ा, तब तक स्थिति सामान्य थी लेकिन यह काफी अनिश्चित लग रहा था. हम भारत सरकार को हमें सुरक्षित घर लाने के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं."
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हर छात्र को वापस लाया जा रहा है, पीएम मोदी खुद स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हमने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में टीमें भेजी हैं. मौजूदा स्थिति को लेकर विदेश मंत्रालय ने कंट्रोल रूम भी बनाया है.
Every student is being brought back, PM Modi is himself monitoring the situation and we have sent teams to neighbouring nations of Ukraine. MEA has also made a control room regarding the ongoing situation: Union Minister Hardeep Singh Puri pic.twitter.com/rI1SiMvbcF
— ANI (@ANI) February 27, 2022
उक्रेन के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बैठक का एजेंडा यूक्रेन में फंसे छात्रों की सुरक्षित वापसी है जिसमें विदेश सचिव प्रेजेंटेशन देंगे. पीएम मोदी ऐसे समय में हाई लेवल बैठक कर रहे हैं, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में समर्थन की मांग को लेकर उनसे बात की थी.
Prime Minister Narendra Modi will hold a high-level meeting on the Ukraine issue.
(File Pic) pic.twitter.com/fMRSQCaOe7
यूक्रेन-रूस के बीच रविवार को चौथे दिन की जंग जारी है. रूसी सेना जहां यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है, वहीं अब मसला बातचीत की टेबल पर लाने के प्रयास भी जारी हैं. दरअसल बेलारूस के अधिकारियों ने यूक्रेन से अपील की है कि वह रूस से बातचीत का ऑफर स्वीकार कर ले. बता दें कि इससे पहले जब क्रेमलिन ने कहा था कि वह यूक्रेन से बेलारूस में बात करने के लिए तैयार है तो यूक्रेन की ओर से कहा गया था कि वह बेलारूस में बात नहीं करेगा.