पाकिस्तान के पीएम इमरान खान बोले- कोरोना वायरस महामारी का असर CPIC पर नहीं पड़ेगा
पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी का असर चीन-पाक आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) पर नहीं पड़ेगा और इसकी परियोजनाएं समय पर पूरी हो जाएंगी.
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी का असर चीन-पाक आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) पर नहीं पड़ेगा और इसकी परियोजनाएं समय पर पूरी हो जाएंगी. विदेश कार्यालय की प्रवक्ता आइशा फारूकी ने यह कहा. दरअसल, उनकी साप्ताहिक ब्रीफिंग में सीपीईसी पर इस महामारी के असर के बारे में पूछा गया था. चीन ने सीपीईसी के तहत पाकिस्तान में 60 अरब डॉलर से अधिक निवेश करने का वादा किया है.
सीपीईसी में कई विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) बनाने की योजना है। प्रवक्ता ने कहा कि सीपीईसी में दीर्घकालीन परियोजनाएं हैं, कई मामलों में उनके पूरे होने में कई साल लगेंगे. उन्होंने कहा कि हम इस बारे में बिल्कुल ही आश्वस्त हैं कि हम समय पर सीपीईसी परियोजनाएं पूरी कर लेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या चीनी नववर्ष के बाद करीब 10,000 चीनी कामगार चीन से वापस आएंगे, उन्होंने कहा कि चीन सरकार पाकिस्तान में सीपीईसी पर काम कर रही चीनी कंपनियों के अधिकारियों के लिये एक ‘दोहरी-पृथक’ नीति का पालन कर रही है.
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जो अधिकारी पाकिस्तान आ रहे हैं वे पाक की यात्रा करने से पहले चीन में 14 दिनों तक पृथक रहे हैं और पाकिस्तान पहुंचने पर वे 14 और दिनों के लिये पृथक रहेंगे. सीपीईसी चीन के शिंजियांग को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ता है. हालांकि, भारत ने इस परियोजना पर ऐतराज जताया है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरता है.
प्रवक्ता ने बताया कि चीन सरकार ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये पाकिस्तान को मेडिकल उपकरणों सहित संक्रमित व्यक्तियों के लिये एक अलग अस्पताल के वास्ते 40 लाख डॉलर की मदद भी की है. उन्होंने बताया कि अलीबाबा फाउंडेशन और जैक मा फाउंडेशन जैसे चीन के निजी संगठनों ने 50,000 टेस्ट किट और पांच करोड़ मास्क दिये हैं.