Pakistan: नवाज शरीफ ने अपने हुक्मरानों पर खड़े किए सवाल, बोले- भारत ने जो इतिहास रचा वो पाकिस्तान अभी तक क्यों नहीं कर पाया
नवाज शरीफ ने 2017 के सैन्य और न्यायिक प्रतिष्ठान को लेकर भी जमकर हमला बोला. शरीफ ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि जिस व्यक्ति (नवाज) ने देश को बिजली कटौती से छुटकारा दिलाया, उसे चार न्यायाधीशों ने घर भेज दिया.
नई दिल्ली:
Pakistan Economy Crisis: पाकिस्तान की जर्जर हालात के लिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने ही देश के हुक्मरानों पर सवाल खड़े किए हैं. देश के आर्थिक संकट के लिए पूर्व जनरल और न्यायाधीशों को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि हमारा देश दुनिया के सामने मदद की गुहार लगा रहा है, जबकि भारत चांद पर पहुंच गया. इसके अलावा जी20 शिखर सम्मेलन करा लिया. बता दें कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में पिछले कई वर्षों से तेज गिरावट जारी है. इस वजह से पाकिस्तान की जनता पर महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है. पाकिस्तान में खाने पीने की चीजों की कीमतें आसमान छू रही है.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेता नवाज शरीफ ने सोमवार शाम को वीडियो लिंक के जरिए लंदन से लाहौर में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए सवाल किया कि आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री दुनिया के देशों से मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं. पैसे के लिए एक देश से दूसरे देश जा रहे हैं, जबकि भारत चांद पर पहुंच गया है और जी-20 का सम्मेलन कर लिया. भारत ने जो कमाल किया वो पाकिस्तान क्यों नहीं कर पाया. आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
नवाज शरीफ ने कहा कि भारत ने 1990 में उदारीकरण को अपनाया था. वह तेजी से अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करता गया. शरीफ ने वाजपेयी के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जब भारत के प्रधानमंत्री बने थे, तब भारत के पास केवल एक अरब अमेरिकी डॉलर थे, लेकिन अब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 600 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है. भारत आज कहां से कहां पहुंच गया है और हम दुनिया भीख मांग रहे हैं.
यह भी पढ़ें: Women's Reservation Bill को लेकर उठ रहे कई सवाल, जानें विधेयक से जुड़ी 10 बड़ी बातें
जल्द देश लौटेंगे शरीफ
73 साल के नवाज शरीफ ने अपने देश के खास्ता हालात के लिए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर दिए. यह देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को उबारने के सरकार के प्रयासों का समर्थन करने की दिशा में नौ महीने के लिए तीन अरब अमेरिकी डॉलर के बेलआउट कार्यक्रम का हिस्सा था. शरीफ ने आगामी आम चुनाव में पार्टी के राजनीतिक अभियान का नेतृत्व करने के लिए 21 अक्टूबर को देश लौटने का ऐलान किया, जिससे ब्रिटेन में उनका चार साल से अधिक का स्व-निर्वासन समाप्त हो जाएगा.
पाक जजों पर शरीफ ने साधा निशाना
इतना ही नहीं नवाज शरीफ ने 2017 के सैन्य और न्यायिक प्रतिष्ठान को लेकर भी जमकर हमला बोला. शरीफ ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि जिस व्यक्ति (नवाज) ने देश को बिजली कटौती से छुटकारा दिलाया, उसे चार न्यायाधीशों ने घर भेज दिया. शरीफ ने कहा कि उनकी बेदखली के पीछे तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के तत्कालीन प्रमुख जनरल फैज हामिद थे.