व्हाट्सएप पर ईशनिंदा के जुर्म में शुक्रवार को ईस्टर्न पाकिस्तान की कोर्ट ने एक ईसाई व्यक्ति को मौत की सजा सुना दी। जुलाई 2016 में गिरफ्तार हुए नदीम जेम्स पर उसके दोस्त ने व्हाट्सएप पर पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाली कविता को शेयर करने का आरोप लगाया था।
ईशनिंदा मुस्लिम बहुसंख्यक पाकिस्तान में अपराध है, जिसके लिए मौत की सजा का प्रावधान है। ईशनिंदा के अधिकांश मामलों में अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों के खिलाफ मामले दायर किए गए हैं।
बचाव पक्ष के वकील रियाज अंजुम ने बताया कि गुरूवार को अदालत ने ईशनिंदा कानून के मुताबिक उसके मुवक्किल को सजा-ए-मौत दी हैं। इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे।
ऐसा ही मामला पिछले साल अप्रैल में सामने आया था जब मरदान के अब्दुल वली खान विश्वविद्यालय के छात्र मशाल खान की ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार ईशनिंदा के कथित आरोप में 1990 से लेकर अब तक कम से कम 67 हत्याएं हो चुकी है।
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Source : News Nation Bureau